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CDS जनरल बिपिन रावत का चॉपर क्यों क्रैश हुआ? एयरफोर्स ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को दी जानकारी
jantaserishta.com
5 Jan 2022 8:48 AM GMT
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नई दिल्ली: देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की जांच पूरी कर ली गई है। भारतीय वायुसेना ने तीनों सेनाओं की जांच में निकले निष्कर्षों के बारे में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को आज जानकारी दी। 8 दिसंबर को हुए हेलिकॉप्टर हादसे में जनरल बिपिन रावत और 13 अन्य की मौत हो गई थी।
इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि जांच दल ने रूस में बने एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के संबंध में अपनी जांच पूरी कर ली है। इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर में किसी तकनीकी खामी के कारण यह हादसा नहीं हुआ था, लेकिन इसे लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि जांच रिपोर्ट में खराब मौसम को चॉपर क्रैश की सबसे बड़ी वजह माना गया है। जांच टीम के मुताबिक एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर के पायलट उस दिन विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान थे और क्रैश से ठीक 8 मिनट पहले उन्होंने कहा था कि वह हेलिकॉप्टर को लैंड करा रहे हैं। वह हेलिकॉप्टर को काफी नीचे उड़ा रहे थे। जमीन से करीब 500-600 मीटर की ऊंचाई पर उस दिन हेलिकॉप्टर के चारों ओर बादलों की मोटी परत थी और इससे दृश्यता कम हो गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान रेलवे लाइन को फॉलो करते हुए हेलिकॉप्टर को उड़ा रहे थे और उन्हें वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में उतरना था, जहां जनरल रावत को एक लेक्चर देना था। आखिरी कम्युनिकेशन क्रैश से 8 मिनट पहले रिकॉर्ड किया गया था। मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि जांच रिपोर्ट में किसी तरह की गड़बड़ी या नुकसान की आशंका सिरे से खारिज कर दी गई है।
एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने इस हादसे की 'कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' का नेतृत्व किया है। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुई इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले 14 लोगों में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह शामिल थे।
ऐसा बताया जा रहा है कि पुलिस दल ने मानवीय त्रुटि या हेलिकॉप्टर के उतरने की तैयारी करते समय चालक दल के सदस्य के ध्यान भटकने की संभावना समेत दुर्घटना के सभी संभावित पहलुओं की समीक्षा की है। एयर मार्शल सिंह को हवाई दुर्घटना के मामलों की जांच करने वाले देश के सर्वश्रेष्ठ जांचकर्ताओं में से एक जाना जाता है। वह वर्तमान में भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षण कमान का नेतृत्व कर रहे है, जिसका मुख्यालय बेंगलुरू में हैं।
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