प्रतापगढ़। जिले के सीतामाता अभयारण्य और बाहर के वन क्षेत्र में गत दिनों से जहां वन माफिया सक्रिय हो गए है। इसी के साथ ही वन विभाग भी सख्त हो गया है। विभाग की ओर से जहां गश्त तेज कर दी गई है। वहीं मुखबिर और सूचना तंत्र को भी मतबूती दी जा रही है।इसके …
प्रतापगढ़। जिले के सीतामाता अभयारण्य और बाहर के वन क्षेत्र में गत दिनों से जहां वन माफिया सक्रिय हो गए है। इसी के साथ ही वन विभाग भी सख्त हो गया है। विभाग की ओर से जहां गश्त तेज कर दी गई है। वहीं मुखबिर और सूचना तंत्र को भी मतबूती दी जा रही है।इसके तहत विभाग की ओर से गत एक सप्ताह में ही सात वाहनों को जब्त कर सागवान और खेर की लकड़ी जब्त की गई है। वहीं आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि गत काफी दिनों से जंगल में अवैध रूप से पेड़ों की कटाई और लकडिय़ों की तस्करी को लेकर गतिविधियां बढ़ गई थी। ऐसे में विभाग की ओर से गश्त व्यवस्था को मजबूत किया गया। इसके साथ ही मुखबिर लगाए गए। जिससे विभाग को काफी हद तक सफलता भी मिली है। हालांकि कई तस्कर विभाग की ध्यान रखते है।
जिससे कई बार तस्कर जंगल से निकलते है। ऐसे में वन विभाग की ओर से अब इसके लिए अभियान चलाया जाएगा। जिससे वन क्षेत्र में पेड़ों की कटाई पर रोक लगाई जा सके। सीतामाता अभयारण्य में विभाग की ओर से एक सप्ताह में तीन मोटरसाइकिलों पर सागवान के गट्टे ले जाते हुए पकड़ा है। इस दौरान दो आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। जबकि एक आरोपी भाग गया। हालांकि वन विभाग ने बाइक और सागवान की लकड़ी जब्त की है। इसके साथ ही एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को भी जब्त की गई है। जिसमें सागवान के गट्टे भरे हुए थे। इस दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें जाखम रेंजर सोमेश्वर त्रिवेदी ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जंगल में लगातार गश्त की जा रही है। इसके साथ ही कर्मचारियों को अपने क्षेत्र में निगाह रखने के निर्देश दिए गए है। जिससे तस्करी पर कार्रवाई की जा रही है।