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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
फर्जी दस्तावेज के आधार पर जेल से बाहर आकर फरार भी हो गया था।
मुजफ्फरनगर: यूपी के मुजफ्फरनगर में गुरुवार देर रात खतोली मीरापुर रोड पर पुलिस की एक ऐसे बदमाश से मुठभेड़ हो गई जो कभी उसकी नज़रों में मर चुका था। इस मुठभेड़ में 25 हज़ार का इनामी अजीत उर्फ अजय पुलिस की गोली से घायल हो गया। अजीत पर आरोप है कि उसने डेढ़ साल पहले अपनी प्रेमिका और साथी के साथ मिलकर जानसठ के एक शिक्षक की हत्या की थी। इसके बाद फर्जी दस्तावेज के आधार पर जेल से बाहर आकर फरार भी हो गया था।
थाना प्रभारी विश्वजीत सिंह ने बताया कि हत्या के मामले में फरार चल रहे 25 हज़ार के इनामी अजीत और अजय निवासी वंडर सिटी थाना कंकरखेड़ा मेरठ को देर रात गिरफ्तार किया गया। मुठभेड़ के दौरान वह पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। अजीत पर गाजियाबाद से भी 25 का इनाम घोषित है।
पुलिस ने बताया कि की हत्या में जानसठ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। कोरोना काल के समय पहले उसे अस्थाई जेल में भेजा गया। उसके बाद उसे जिला कारागार ट्रांसफर किया गया था। जिला कारागार से शातिर इनामी बदमाश ने विकास नाम के बंदी फर्जी कागजों के आधार पर फरार हो गया, जिसके बाद लगातार पुलिस उसकी तलाश कर रही थी उसके बाद ही उस पर इनाम घोषित किया गया।
इनामी बदमाश अजीत ने अपनी पहचान छुपाने के लिए गाजियाबाद के निवाड़ी में एक अज्ञात व्यक्ति की हत्या कर उसके शव को जला दिया। अजीत के परिजनों ने जले हुए शव की शिनाख्त अजीत के रूप में की थी। हालाकि पुलिस ने जब जले हुए शव का डीएनए कराया तो पूरा घटनाक्रम साफ हो गया। गलत पहचान करने और पुलिस को गुमराह करने में गाजियाबाद पुलिस ने अजीत की पत्नी उसके बेटे को भी जेल भेज दिया था।
जेल से फरार होने पर इनामी बदमाश के खिलाफ नई मंडी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन लगातार पुलिस को चकमा देता रहा ।
jantaserishta.com
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