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जब हाई कोर्ट के जज ने की महिला पुलिस अफसर की तारीफ, जानें वजह

jantaserishta.com
2 Nov 2022 5:23 AM GMT
जब हाई कोर्ट के जज ने की महिला पुलिस अफसर की तारीफ, जानें वजह
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक | DEMO PIC 

ये जानकारी स्टेट पुलिस मीडिया सेल की ओर से दी गई है.
नई दिल्ली: पति- पत्नी के विवाद के चलते मां से दूर हुए 12 दिन के बच्चे की जान बचाने के लिए अपना स्तनपान कराने वाली महिला पुलिस अधिकारी की खूब तारीफ हो रही है. स्टेट पुलिस चीफ (एसपीसी) और केरल हाई कोर्ट के जज ने भी उनकी तारीफ की है. केरल हाई कोर्ट के जज देवन रामचंद्रन ने एसपीसी को लिखे एक पत्र में सिविल पुलिस अधिकारी (सीपीओ) एम आर राम्या द्वारा दिखाई गई ममता की सराहना की और उन्हें सौंपने के लिए एक सर्टिफिकेट भी भेजा. ये जानकारी स्टेट पुलिस मीडिया सेल की ओर से दी गई है.
राम्या को दिए गए सर्टिफिकेट में जस्टिस रामचंद्रन ने लिखा है- "आप आज पुलिस का सबसे अच्छा चेहरा हैं. एक उम्दा अधिकारी और एक सच्ची मां - आप दोनों ही हैं! जीवन का अमृत स्तनपान एक दिव्य उपहार है, जो केवल एक माँ ही दे सकती है और आपने इसे ड्यूटी के दौरान किया. आप हम सभी में भविष्य के लिए मानवतावाद की आशा को जीवित रखती हैं." इसके अलावा एसपीसी अनिल कांत ने सीपीओ राम्या को उनके परिवार के साथ पुलिस हेडक्वार्टर पर बुलाकर उन्हें एक प्रशस्ति प्रमाण पत्र भी सौंपा है. कांत ने यह भी कहा कि राम्या के काम ने फोर्स की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है.
बता दें कि ये घटना 29 अक्टूबर की है जब बच्चे की मां ने कोझीकोड के चेवयूर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका बच्चा लापता है और इसका कारण उसका उसके पति के साथ विवाद है और उसका पति बच्चे को ले गया है. इसके बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि बच्चे का पिता उसे अपने साथ बेंगलुरु ले गया है जहां वह नौकरी करता है. मामले को लेकर वायनाड सीमा पर सभी पुलिस थानों को सतर्क कर दिया गया. यहां बार्डर पर गाड़ियों की जांच के दौरान सुल्तान बथेरी पुलिस ने बच्चे और पिता को ढूंढ लिया.
बच्चे को कमजोर और सुस्त पाकर उसे अस्पताल ले जाया गया. यहां मालूम हुआ कि मां के दूध की कमी के चलते बच्चे का शुगर लेवल घट गया है. यह जानकर बच्चे को वापस लाने वायनाड गई चेवयूर की पुलिस टीम की राम्या ने डॉक्टरों को सूचित किया कि वह एक नर्सिंग मां हैं और उन्होंने बच्चे की जान बचाते हुए उसे स्तनपान कराया. इसके बाद उसी रात बच्चे को उसकी मां के पास लाया गया. कोझिकोड जिले के चिंगपुरम की रहने वाली राम्या ने हाल ही में मेटरनिटी लीव के बाद फिर से ड्यूटी ज्वाइन की थी. उनके चार साल और एक साल की उम्र के दो बच्चे हैं और उनके पति एक स्कूल शिक्षक हैं.
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