उत्तर प्रदेश के वाराणसी में निर्माणाधीन काशी विश्वनाथ धाम में मंगलवार सुबह जर्जर हो चुके दो मंजिला मकान भरभराकर गिर गया. इस हादसे में दो दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि कई मजदूर घायल हो गए. विश्वनाथ कॉरिडोर में हुए इस हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमिश्नर से बात की. आखिर पीएम मोदी के साथ क्या बातचीत हुई, कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने पूरी बात बताई...
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में मकान गिरने के मामले का पीएम मोदी ने संज्ञान लिया है और वाराणासी के मंडलायुक्त को खुद फोन कर पूरे घटना की जानकारी ली है. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि पीएम मोदी ने उनके द्वारा भवन गिरने और मजदूरों के बारे में जानकारी ली गई. उनके द्वारा मजदूरों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई और सभी घायल मजदूरों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने तथा मृतकों के परिवार को पूरी सहायता करने के निर्देश दिए गए. उनके द्वारा यह भी कहा गया कि उनके कार्यालय से इस बारे में कोई भी मदद की आवश्यकता हो तो उसे भी उपलब्ध कराई जाएगी.
आपको बता दें कि श्री काशी विश्वनाथ धाम में मकान का हिस्सा गिरने के मामले में मृतक मजदूर परिवार को 5-5 लाख रुपये दिया जाएगा, जबकि घायल मजदूरो की मिलेगा 50 हजार रुपये. हादसे में आठ मज़दूर आहत हुए हैं और दो की मौत हुई है. मृतकों के परिवार को दिए जा रहे सहायता राशि में तीन लाख पीएसपी कंस्ट्रक्शन कंपनी और 2 लाख रुपये मंदिर प्रशासन देगा, जबकि घायलों को 25 हजार मंदिर प्रशासन और 25 हजार देना पीएसपी कंस्ट्रक्शन कंपनी देगी.
जानकारी के मुताबिक, विश्वनाथ कॉरिडोर में काम करने वाले ये मजदूर जर्जर मकान में अस्थायी तरीके से रहते थे. मंगलवार तड़के मकान अचानक भरभरा कर गया, जिसके मलबे में सभी मजदूर दब गए. सूचना पर पहुंची पुलिस की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी को बाहर निकाला और अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने दो मजदूरों को मृत घोषित कर दिया.बताया जा रहा है कि दशाश्वमेघ थाना क्षेत्र में विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए हो रही खुदाई की वजह से मकान की नींव कमजोर हो गई थी, जिसके वजह से यह हादसा हुआ. फिलहाल जिला प्रशासन मामले की जांच की बात कह रहा है.