राजस्थान (Rajasthan) में आईपीएस (IPS) सुनील कुमार धनवंता की शादी (Marriage) में घोड़ी (Ghudchadi) पर बैठाने के लिए पुलिस (Rajasthan Police) लगानी पड़ी. भारी पुलिस और प्रशासन की टीम की मौजूदगी में सूरजपुरा में बिंदौरी निकाली गई. दलित के घोड़ी पर बैठकर शादी की रस्म करने की वजह से पुलिस टीम पूरी गांव में तैनात थी. बिंदौरी के दौरान गांव में हर तरफ पुलिस का पहरा नजर आया. राजस्थान में भले ही चार दलित कैबिनेट मंत्री बनाने का बात सरकार कर रही हो लेकिन गांवों में दलितों क्या स्थिति हैं. इसकी तस्वीर जयपुल जिले के शाहपुरा के पास भगलपुरा जयिसंहपुरा गांव में साफ देखने को मिली. सुरजपुरा गांव में पहले दलित दूल्हों की बिंदौरी के दौरान कई अप्रिय घटनाएं हो चुकी हैं. इसलिए भले ही दूल्हा पुलिस अधिकारी हो उसकी बारात पुलिस सुरक्षा के बीच ही निकाली गई.
यहां मौके पर एडीएम समेत कई अधिकारी गांव में दिनभर तैनात रहे. भारी पुलिस की मौजूदगी में गांव पूरे दिन छावनी बना रहा. भाबरू के भगतपुरा जयसिंहपुरा के रहनेवाले आईपीएस सुनील कुमार धनवंता को मंगलवार को सूरजपुरा में उसके परिवार के लोगों ने दुल्हे को रस्म के लिए बुलाया था. इस पर दुल्हा धूम धड़ाके के साथ नाचते गाते परिवार वालों के साथ धोड़ी पर बैठकर सूरजपुरा पहुंचा. यहां परिवार के लोगों ने उसकी बिंदौरी निकाली।
आजतक की खबर के अनुसार हाल ही के दिनों में एक गांव में हुई घटना को लेकर पुलिस और प्रशासन सावधान था. राजस्थान में शादियों के मौसम में अक्सर घोड़ी पर बैठकर शादी करने आए दलितों के साथ गांवो में मारपीट की घटनाएं होती हैं. राजस्थान सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए कड़े आदेश दिए हुए हैं. लेकिन दबंगों और दलितों में इसे लेकर टकराव होते रहते हैं.