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आश्चर्य! जब मरे हुए युवक को देख पुलिस भी चौंक गई, जानें पूरा माजरा

jantaserishta.com
3 July 2024 5:50 AM GMT
आश्चर्य! जब मरे हुए युवक को देख पुलिस भी चौंक गई, जानें पूरा माजरा
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सांकेतिक तस्वीर

पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जिस युवक की 9 दिन पहले अंत्येष्टि हुई, वो अचानक जिंदा घर लौट आया। पुलिस भी उसे देखकर सन्न रह गई। यह मामला मोहनपुर थाना इलाके का है। बताया जा रहा है कि दक्षिणी डुमरी स्थित दियरांचल से पुलिस को अधजली लाश मिली थी। उसकी पहचान सन्नी के रूप में उसके परिजन ने की थी। इसके बाद वे शव को लेकर चले गए और उसकी अंत्येष्टि कर दी। अंत्येष्टि के 9 दिन बाद जब सन्नी जिंदा घर लौटा तो उसे देख पुलिस भी चौंक गई। पुलिस ने सन्नी को गिरफ्तार कर लिया।
डीएसपी वीरेंद्र कुमार मेधावी ने बताया कि बीते 21 जून को मोहनपुर थाना क्षेत्र के दक्षिणी डुमरी पंचायत के दियारांचल से पुलिस ने एक युवक की अधजली लाश बरामद की थी। लाश इस कदर जली हुई थी कि उसकी पहचान संभव नहीं थी। पुलिस ने शव की तस्वीर सोशल मीडिया पर डालकर उसे पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर भेज दिया, जहां मुजफ्फरपुर से आई फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य इकट्ठा किए।
इसी क्रम में वैशाली जिले के गंगा ब्रिज थाना क्षेत्र के नवादा खुर्द निवासी नागेंद्र चौधरी के पुत्र आमोद चौधरी समस्तीपुर पहुंचे। उन्होंने दावा किया कि यह अधजली लाश उसके 19 वर्षीय पुत्र सन्नी कुमार की है, जिसकी हत्या प्रेम प्रसंग में कर दी गई है। आमोद चौधरी ने मोहनपुर थाने में दिए गए आवेदन में लिखा कि उनका बेटा सन्नी 18 जून को घर से आम खरीदने बाजार के लिए निकला था। जब रात तक वह घर नहीं लौटा तो उसकी खोजबीन शुरू हुई। उसके दोनों मोबाइल भी स्विच ऑफ मिले।
पुलिस को एक अधजला शव मिला तो सोशल मीडिया पर उसका फोटो डाला गया। पोस्ट देखकर आमोद चौधरी, सदर अस्पताल समस्तीपुर पहुंचा तथा उस अधजली लाश की पहचान अपने पुत्र सन्नी के रूप में की। आमोद ने मोहनपुर थाना में आवेदन देकर गंगा ब्रिज थाना अंतर्गत सहदुल्लाहपुर निवासी मंटू सिंह पर सन्नी की हत्या करने का आरोप लगाया। उसने मंटू सिंह समेत चार लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया। जब सन्नी जिंदा घर लौट गया तो पुलिस को भी गुप्त सूत्रों से सूचना मिली। पुलिस ने गंगा ब्रिज थाना इलाके से उसे जीवित अवस्था में गिरफ्तार कर लिया।
सन्नी के जिंदा मिलने के बाद नया सवाल खड़ा हो गया कि जिसकी अंत्येष्टि हुई वो लाश किसकी थी। मोहनपुर पुलिस ने जब जांच शुरू की तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। पुलिस जलालपुर निवासी सुविन्द्र राय के बेटे मिथिलेश कुमार और नागा राय के बेटे सुरेंद्र राय को पूछताछ के लिए थाने लेकर आई। उनसे कड़ाई से पूछताछ की गई तो मिथिलेश ने सच उगल दिया। उसने बताया कि उसका भाई कंचन कुमार उर्फ राजेश राय अक्सर नशे में रहता था उसके रवैया से परेशान होकर 20 जून की रात 9-10 बजे कंचन की हत्या कर दी थी।
उसने अपने सगे भाई कंचन के गले में रस्सी डालकर उसे मौत के घाट उतार दिया। फिर सबूत मिटाने के लिए अपनी बाइक की टंकी से पेट्रोल निकालकर दियारांचल क्षेत्र में उसके शव को जला दिया। अधजली लाश को छोड़कर वह वहां से भाग आया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
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