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जब असदुद्दीन ओवैसी बोले- ऊपर से इजाजत के बगैर कुछ नहीं होता, पूरा बयान पढ़े

jantaserishta.com
10 Oct 2021 10:21 AM GMT
जब असदुद्दीन ओवैसी बोले- ऊपर से इजाजत के बगैर कुछ नहीं होता, पूरा बयान पढ़े
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लखीमपुर: हैदाराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) को लेकर कहा कि इसे घटना नहीं कहा जा सकता, कुछ भी ऊपर से इजाजत के बिना नहीं हो सकता है.

ओवैसी ने कहा, 'लखीमपुर को घटना नहीं कह सकते हैं. कुछ भी बिना ऊपर से इजाजत के बिना नहीं हो सकता. मासूम सिख किसानों को गाड़ी के नीचे रौंद दिया गया. ये इम्पलसिव रिएक्शन नहीं था बल्कि पूरी तैयारी के साथ किया गया था.'
उन्होंने कहा कि 'ये सब केंद्रीय मंत्री के भाषण के बाद होता है और पुलिस को इस पर कार्रवाई करने में इतना वक्त लग जाता है.' ओवैसी ने आशीष मिश्रा को लेकर कहा, '12 घंटे में 10 बार नाश्ता कराया, लग रहा था कि अपने ससुराल गया है.' उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी आशीष मिश्रा को बचाने की कोशिश कर रही है.
लखीमपुर हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई. इस हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है. इस पर भी तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा, 'इन लोगों को शर्म करनी चाहिए, क्या एक इंसान के जान की कीमत 45 लाख है?'
उन्होंने कहा कि 'बीजेपी और पीएम मोदी को अपने गुरूर से निकलना पड़ेगा. पीएम मोदी लखनऊ आए और मिलने तक नहीं गए. एक लफ्ज तक नहीं कहा.' उन्होंने मांग करते हुए कहा कि अजय मिश्रा टेनी को कैबिनेट से निकाल देना चाहिए. ओवैसी ने ये भी कहा कि जब बेटा आरोपी हो और पिता केंद्रीय मंत्री, तो इंसाफ कैसे मिलेगा?
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में 3 अक्टूबर को हिंसा भड़की थी. एफआईआर के मुताबिक, आशीष मिश्रा ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ी से रौंदा और फायरिंग भी की. इस हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी.
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