जो डर था, वही हुआ: चुनावी राज्यों में मिल रहे सबसे ज्यादा कोरोना मरीज
दिल्ली। उत्तर प्रदेश में बीते सात दिन में कोविड-19 (Covid-19) के एक्टिव मरीजों की संख्या में 14 गुना जबकि पंजाब में 8.65 गुना बढ़ोतरी हुई है. सरकारी आंकड़ों में यह बात सामने आई है. आंकड़ों के अनुसार गोवा (Goa) में बीते एक सप्ताह के दौरान कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 4.35 गुना वृद्धि देखी गई है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच सात चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं. मतगणना 10 मार्च होगी.
बिहार में एक्टिव मरीजों की संख्या में 11.27 गुना, मध्य प्रदेश में 10.95 गुना, छत्तीसगढ़ में 8.02 गुना, ओडिशा में 9.4 गुना, राजस्थान में 9.61 गुना, हरियाणा में 6.61 गुना और तमिलनाडु में 6.05 गुना वृद्धि हुई है. आंकड़ों के अनुसार बीते एक सप्ताह में दिल्ली में एक्टिव मरीजों की संख्या 5.03 गुना बढ़ी. 19 राज्यों में एक्टिव मरीजों की संख्या 10 हजार से अधिक है. चार राज्यों में इनकी संख्या 5 से 10 हजार के बीच और 13 राज्यों में पांच हजार से कम है.
चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा करते समय कोविड-19 के चलते डिजिटल और वर्चुअल माध्यमों के जरिये प्रचार करने पर जोर दिया था. साथ ही ऑफलाइन रैलियों तथा रोडशो पर 15 जनवरी तक रोक लगा दी थी. आयोग ने कहा था कि रैलियों और रोडशो पर लगी पाबंदी की 15 जनवरी को समीक्षा की जाएगी. केंद्र ने कोरोना मरीजों के लिए डिस्चार्ज नीति (Discharge Policy) में बदलाव किया है. नए दिशानिर्देशों के तहत, कोरोना के 'हल्के' और 'मध्यम' लक्षण वाले मरीजों को पॉजिटिव पाए जाने के कम से कम सात दिनों के बाद और लगातार तीन दिनों तक बुखार नहीं होने के बाद छुट्टी दे दी जाएगी. उन्हें छुट्टी से पहले किसी टेस्ट की जरूरत नहीं है. यह बदलाव पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की कोरोना वायरस (Coronavirus) मामले को लेकर बुधवार को हुई समीक्षा बैठक के बाद किया गया है.