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देश के कई राज्यों में मौसम बदला... बारिश और ओलावृष्टि, IMD ने जारी किया अलर्ट

Deepa Sahu
21 March 2021 6:17 PM GMT
देश के कई राज्यों में मौसम बदला... बारिश और ओलावृष्टि, IMD ने जारी किया अलर्ट
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देश के कई अहम राज्यों के मौसम में बदलाव

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: नई दिल्ली, आने वाले दिनों में देश के कई अहम राज्यों के मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय हो गया है। जिसके कारण मौसम में खासा बदलाव देखने को मिलेगा। सोमवार सुबह तक लद्दाख, जम्मू- कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में गरज के साथ तेज बारिश होने की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को एक अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड और पंजाब सहित कुछ उत्तरी मैदानी इलाकों में मंगलवार सुबह तक बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में सोमवार से मंगलवार तक बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।

भारतीय मौमस विभाग ने यलो अलर्ट जारी करते हुए कहा कि दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में भी छिटपुट बारिश का अनुमान है, जबकि उत्तर पश्चिमी भारत के अलग-अलग हिस्सों में मंगलवार तक ओलावृष्टि के आसार हैं।
इन राज्यों में गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना
स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार पिछले कई दिनों से अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो रही है, जो कि यह अगले सप्ताह तक जारी रहेगी और आसपास के क्षेत्रों में भी फैल सकती है। मध्य भारत के मौसम की बात करें तो अगले सप्ताह के मध्य तक महाराष्ट्र, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना है।
राजस्थान के इन क्षेत्रों में बारिश की संभावना
आइएमडी के अनुसार राजस्थान में रविवार और सोमवार के मौसम में खासा बदलाव देखने को मिलेगा। जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर, चुरू, झुंझुनू, बीकानेर, सीकर, हनुमानगढ़, नागौर, अलवर और श्रीगंगानगर के इलाकों में गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है।
जानें- क्या है पश्चिमी विक्षोभ
पश्चिमी विक्षोभ यानि वेस्टर्न डिस्टर्बन्स भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाको में आने वाला ऐसा तूफान है जो उत्तर, भारत, पाकिस्तान, नेपाल से गुजरते हुए इनके दायरे में आने वाले वायुमंडल की ऊंची तहों में भूमध्य सागर से नमी लाता है। जिसके कारण मौसम में बदलाव आता है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण ही हवा के ऊपरी भाग में चक्रवाती हवा का घेरा बनता है। यह अफगानिस्तान-पाकिस्तान से कश्मीर-हिमाचल व उत्तराखंड तक पहुंचता है।


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