हम अहमद पटेल की 45 साल पुरानी विरासत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे : मुमताज पटेल
दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन का ऐलान हो गया है। शनिवार को दोनों दलों ने सीट बंटवारे की घोषणा कर दी। दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा और चंडीगढ़ में दोनों पार्टियां साथ मिलकर मिलकर भाजपा का मुकाबला करने जा रही हैं। दिल्ली में जहां आम आदमी पार्टी को अधिक सीटें मिली हैं तो गुजरात में कांग्रेस अधिकतर सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। जिन राज्यों के लिए आप और कांग्रेस में गठबंधन हुआ है उनमें सबसे अधिक सीटें गुजरात में हैं। यहां कुल 26 सीटें हैं जिनमें से 24 पर कांग्रेस और 2 पर आप का प्रत्याशी मुकाबला करेगा।
गुजरात में आम आदमी पार्टी ने भले ही 8 सीटों पर दावा किया था, लेकिन वह दो सीटों के साथ मान गई। आप को भरूच और भावनगर की सीट देन का फैसला लिया गया है। भरूच सीट को लेकर आप और कांग्रेस के बीच काफी खींचतान भी हुई, लेकिन अंतत: बाजी अरविंद केजरीवाल के हाथ लगी जिन्होंने इस सीट पर अपने उम्मीदवार का ऐलान भी कर दिया था। गांधी परिवार के बेहद खास रहे अहमद पटेल की बेटी मुमताज की दावेदारी को खारिज करते हुए गठबंधन ने आप के विधायक चैतर वसावा के साथ जाने का फैसला किया।
अहमद पटेल की बेटी मुमताज और बेटे फैजल पटेल ने भरूच को पिता की विरासत बताते हुए मजबूती से अपनी दावेदारी पेश करते हुए यहां तक कह दिया था कि यदि आप को यह सीट दी गई तो उनका परिवार और कांग्रेस कार्यकर्ता समर्थन नहीं करेंगे। हालांकि, ऐलान के बाद एक तरफ मुमताज ने निराशा जाहिर की तो दूसरी तरफ बगावत की आशंकाओं को भी खारिज किया है। मुमताज ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, 'जिले के काडर से माफी मांगती हूं कि हम गठबंधन में भरूच लोकसभा सीट नहीं ले पाए। मैं भी आपकी तरह निराश हूं। लेकिन एक साथ मिलकर हम दोबारा जुटेंगे और कांग्रेस को मजबूत करेंगे। हम अहमद पटेल की 45 साल पुरानी विरासत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।' उन्होंने इसके साथ हैशटैग भरूच की बेटी का इस्तेमाल किया।