मुंबई mumbai news। बदलापुर यौन उत्पीड़न की घटना पर उपजे आक्रोश के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों का नपुंसक बना देना चाहिए. पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल में महिलाओं के लिए महायुति सरकार की "लाडकी बहिण योजना" को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह बात कही. Badlapur Sexual Harassment
उन्होंने कहा कि राज्य की महायुति सरकार (भाजपा-शिवसेना-एनसीपी) महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोपी किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ेगी, चाहे वह कोई भी हो. उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधों में अधिक कठोर सजा का प्रावधान करने वाला विधेयक राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है. अजित पवार ने कहा, "मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि जब ऐसे दुष्ट हमारी माताओं-बहनों, हमारी बेटियों पर हाथ डालते हैं, तो उन्हें ऐसी कानूनी सजा मिलनी चाहिए कि वे फिर से ऐसा करने के बारे में न सोचें. मेरी भाषा में कहूं तो ऐसे लोगों के निजी अंग निकाल (नपुंसक) दिए जाने चाहिए....कुछ लोग इतने निकम्मे होते हैं कि उनके लिए ऐसा करना जरूरी हो जाता है."
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के बदलापुर के आदर्श विद्यालय के शिशु वर्ग में पढ़ने वाली दो बच्चियों के साथ सफाई ठेकेदार के कर्मचारी अक्षय सिंह ने छेड़छाड़ की थी. पीड़ित बच्चियों के परिजनों के द्वारा की गई शिकायत के आधार पर दर्ज एफआईआर के मुताबिक, ये घटना 13 अगस्त सुबह से 9 से दोपहर 12 के बीच की है. इस वारदात के बाद 16 अगस्त को बच्चियों ने स्कूल जाने से इनकार कर दिया. उनके परिजनों के अनुसार वो काफी डरी हुई थी.
उनसे जब पूछताछ की गई, तो उन्होंने जो आपबीती सुनाई उसे सुनकर परिजनों के होश उड़ गए. पीड़ित बच्चियों के परिवार ने 16 अगस्त को ही इस मामले की सूचना पुलिस को दे दी थी. लेकिन पुलिस ने 12 घंटे बाद करीब 9 बजे केस दर्ज किया था. इस मामले में पहले एक अभिभावक ने शिकायत दर्ज कराई थी. उसके बाद दूसरे अभिभावकों ने जब अपनी बच्चियों का मेडिकल टेस्ट कराया तो दंग रह गए.कई पीड़िता बच्चियों का कौमार्य भंग हो चुका था.