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तेलंगाना के मुख्यमंत्री बोले- हम 2024 में सरकार बनाएंगे
jantaserishta.com
15 April 2023 6:36 AM GMT
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फाइल फोटो
हैदराबाद (आईएएनएस)| भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को अगले साल होने वाले चुनाव में जीतकर केंद्र की सत्ता में आने का भरोसा जताया। हैदराबाद में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की 125 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, हम 2024 में सरकार बनाएंगे।
केसीआर ने दावा किया कि उनके बीआरएस को महाराष्ट्र में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। प्रतिक्रिया हमारी अपेक्षाओं से परे है। कल हमें उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और हर जगह से ऐसी ही प्रतिक्रिया मिलेगी।
उन्होंने याद किया कि जब वह 2014 में दिल्ली के लिए रवाना हुए थे, तो उन्होंने कहा था कि वह आंध्र प्रदेश छोड़ रहे हैं और तेलंगाना लौट आएंगे। मैं उसी आत्मविश्वास के साथ कह रहा हूं कि देश में अगली सरकार हमारी होगी। उन्होंने बाबासाहेब अम्बेडकर के दिखाए रास्ते पर चलने और अपने खून की आखिरी बूंद तक देश की भलाई के लिए लड़ने की कसम खाई।
केसीआर ने कहा कि सरकार बनने के बाद दलित बंधु योजना पूरे देश में लागू की जाएगी, जिससे हर साल 25 लाख दलित परिवारों को लाभ मिलेगा। तेलंगाना में लागू की जा रही योजना के तहत प्रत्येक दलित परिवार को आर्थिक गतिविधि शुरू करने के लिए 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में अब तक 50,000 दलित परिवार इस योजना के तहत लाभान्वित हो चुके हैं जबकि अन्य 1.25 लाख परिवार चालू वित्त वर्ष के दौरान लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान देने वालों को अम्बेडकर के नाम पर पुरस्कार देने के लिए हर साल 3 करोड़ रुपये खर्च करेगी। उन्होंने कहा कि पुरस्कार के लिए 51 करोड़ रुपये की राशि तुरंत अलग रखी जाएगी। यह कहते हुए कि अंबेडकर के आदर्श अभी भी प्रासंगिक हैं, बीआरएस प्रमुख ने उनके सपनों को पूरा करने के प्रयासों का आह्वान किया।
केसीआर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय संविधान लागू होने के 70 साल बाद भी कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के दलित गरीब बने हुए हैं। उन्होंने कहा, पार्टियां जीत रही हैं। एक के बाद एक पार्टी सत्ता में आती है लेकिन लोग जीत नहीं रहे हैं। यह स्थिति बदलनी चाहिए। इस पर लोगों, विशेषकर दलित बुद्धिजीवियों को विचार करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सचिवालय के पास अंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है ताकि आने वाले मुख्यमंत्री, मंत्रियों, सचिवों और अन्य कर्मचारियों को महान नेता के आदशरें और दूरदृष्टि की लगातार याद दिलाई जा सके।
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