पमरे ने पिछले तीन माह में टिकिट चेकिंग से 57 करोड़ से अधिक राजस्व अर्जित किया
सांकेतिक तस्वीर
जबलपुर। पश्चिम मध्य रेल के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन और प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक मुकुल सरन माथुर के निर्देशन में टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा यात्री गाड़ियों एवं स्टेशनों पर समय-समय पर चलाए गए टिकट जांच अभियानों के परिणामस्वरूप जबलपुर भोपाल एवं कोटा तीनों मण्डलों पर इस वित्तीय वर्ष के अप्रैल एवं जून तीन महिनों में कुल 07 लाख 90 हजार मामले पकड़े, और अतिरिक्त किराया एवं जुर्माना सहित कुल 57 करोड़ 54 लाख रूपए का राजस्व अर्जित किया, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 99 प्रतिशत अधिक है।
अकेले जून 2022 में ही टिकट चेकिंग स्टॉफ द्वारा बिना टिकट/अनियमित टिकट एवं बिना बुक किये समान लेकर यात्रा करने वालों यात्रियों के कुल 02 लाख 80 हजार प्रकरण दर्ज किये जिनसे अतिरिक्त किराया एवं जुर्माना सहित कुल रुपये 21 करोड़ 23 लाख का राजस्व प्राप्त किया, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 12 प्रतिशत अधिक है।
मुख्यालय सीसीएम स्कॉड द्वारा मुख्यालय के टिकट निरीक्षकों ने पमरे से प्रारंभ एवं गुजरने वाली सभी यात्री गाड़ियों में निरंतर टिकिट जाँच अभियान से माह जून 2022 में बिना टिकिट/अनबुक्ड लगेज/अनियमित टिकिट लेकर यात्रा करने वालों के विरुद्ध लगभग 05 हजार 07 सौ प्रकरण से रेलवे ने 45 लाख रुपये जुर्माना वसूल किया है।
जबलपुर मण्डल के टिकट निरीक्षकों ने मण्डल से प्रारंभ एवं गुजरने वाली सभी यात्री गाड़ियों में निरंतर टिकिट जाँच अभियान से माह जून 2022 में बिना टिकिट/अनबुक्ड लगेज/अनियमित टिकिट लेकर यात्रा करने वालों के विरुद्ध लगभग 01 लाख 14 हजार प्रकरण से रेलवे ने 09 करोड़ 78 लाख रुपये का जुर्माना यात्रियों से वसूल किया है।
भोपाल मण्डल द्वारा मंडल के टिकट निरीक्षकों ने मण्डल से प्रारंभ एवं गुजरने वाली सभी यात्री गाड़ियों में निरंतर टिकिट जाँच अभियान से माह जून 2022 में बिना टिकिट/अनबुक्ड लगेज/अनियमित टिकिट लेकर यात्रा करने वालों के विरुद्ध लगभग 01 लाख 03 हजार 09 सौ प्रकरण से रेलवे ने 07 करोड़ 05 लाख रुपये का जुर्माना यात्रियों से वसूल किया है।
कोटा मण्डल द्वारा मंडल के टिकट निरीक्षकों ने मण्डल से प्रारंभ एवं गुजरने वाली सभी यात्री गाड़ियों में निरंतर टिकिट जाँच अभियान से माह जून 2022 में बिना टिकिट/अनबुक्ड लगेज/अनियमित टिकिट लेकर यात्रा करने वालों के विरुद्ध लगभग 56 हजार 05 सौ प्रकरण से रेलवे ने 03 करोड़ 95 लाख रुपये का जुर्माना वसूल किया है।