पमरे ने अप्रैल 2022 में 5 अरब 95 करोड़ रुपये अर्जित किया ओरिजनेटिंग राजस्व
जबलपुर। इस वित्तीय वर्ष के शरुआत से ही पश्चिम मध्य रेल अपने अधोसंरचनात्मक कार्यों को गति प्रदान करते हुए, यात्री सुविधाओं में उत्तरोत्तर विकास करते हुए रेलवे राजस्व वृद्धि के लिए निरंतर प्रयासरत हैं । इसके परिणामस्वरूप पमरे महाप्रबंधक श्री सुधीर कुमार गुप्ता के कुशल मार्गदर्शन में इस वित्तीय वर्ष के अप्रैल 2022 में 5 अरब 95 करोड़ ऑरिजनेटिंग राजस्व अर्जित किया। ज्ञात है कि पश्चिम मध्य रेल ने वित्तीय वर्ष 2021-2022 में प्रारंभिक (ओरजिनेटिंग) की मद में कुल 05 हजार 809 करोड़ रूपए रेल राजस्व अर्जित किया था ।
पमरे ने पैसेंजर यातायात में अप्रैल 2022 में आरक्षित और अनारक्षित कुल 58 लाख से अधिक रेल यात्रियों से रुपये 153 करोड़ अर्जित किया, जो कि गत वर्ष के राजस्व रुपये 38 करोड़ की तुलना में लगभग 300 प्रतिशत अधिक है। अन्य कोचिंग रेवेन्यू की मद में रुपये 15 करोड का रेलवे राजस्व प्राप्त किया है। माल ढुलाई में पुनः वृद्धि दर्ज करते हुए माह अप्रैल 2022 में रुपये 413 करोड़ का रेलवे राजस्व प्राप्त किया है। इसके अलावा संड्री रेवेन्यू में रुपये 14 करोड का रेलवे राजस्व प्राप्त किया है। इस प्रकार पमरे में माह अप्रैल 2022 में रेल राजस्व में कुल रुपये 595 करोड़ रूपए अर्जित किए गए, जो कि इसी अवधि में पिछले वर्ष के राजस्व रुपये 399 करोड़ की तुलना में 49 प्रतिशत अधिक है।
यात्रियों की सुविधाओं एवं विकास के कार्यों में गति प्रदान के लिए पमरे द्वारा निम्नलिखित निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं
* यात्री यातायात के लिए अधिक से अधिक सुविधाओं का विस्तार करके रेल यात्रा को सुरक्षित और बेहतर बनाया गया। अब तक पमरे से प्रारंभ एवं गुजरने वाली कुल 850 से अधिक यात्री गाड़ियों का संचालन हो रहा है। इसके साथ ही यात्री यातायात के लिए मेल एक्सप्रेस के संचालन के साथ-साथ नयी प्रकार की मेमू ट्रेनों की यातायात को भी शुरुआत की गई। समय-समय पर समर स्पेशल एवं परीक्षा स्पेशल ट्रेनों को भी चलाया जा रहा हैं।
* फ्रेट लोडिंग को बढ़ावा देने के लिए व्यापार विकास इकाइयां (बीडीयू) स्थापित की गई। इसके अलावा नये लोडिंग स्ट्रीम से माल यातायात को बढ़ावा दिया गया। फ्रेट लोड मालगाड़ियों की औसत गति में वृद्धि करके अलग-अलग रेल खण्ड की क्षमता में वृद्धि और इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी बढ़ाया इसके साथ ही साथ ऑपरेशनल सुधार भी किये जा रहे हैं । गुड्स टर्मिनल की वर्किंग में सुधार एवं मालगाड़ियों के डिटेंशन को कम किया गया ताकि मालगाड़ियों के संचालन में तेजी आयी और माल ढुलाई में वृद्धि हुई।
* अन्य तरह के यातायात के लिये पार्सल मैनेजमेंट सिस्टम शुरू किया गया साथ ही साथ एसएलआर की लीजिंग पर अधिक से अधिक मॉनिटरिंग किया गया। संड्री आय के अंतर्गत लैंड लाइसेंसिंग और गैर किराया राजस्व (एनएफआर) बढ़ाने के लिए भी व्यापक पैमाने पर कार्य किया जा रहा है।