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मुंबई। महाराष्ट्र में पिछले तीन दिनों से बरसात (Maharashtra Rain) ने कोहराम मचाया हुआ है. मूसलाधार बरसात की वजह से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. इस बरसात ने पिछले एक दिन में 9 जानें ले ली हैं. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (State Disaster Management Department) द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक ज्यादा बारिश की वजह से 1 जून से अब तक 76 लोगों की मौत हो चुकी है. 838 घर तबाह हो चुके हैं. 4916 लोग अपने घरों से दूर जा चुके हैं. उन्हें सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया गया है. सड़कें बह गई हैं, यातायात ठप हो गया है. घरों में पानी भर गया है. लोग छतों पर रात गुजारने को मजबूर हैं. राज्य भर में एनडीआरएफ (NDRF) की 17 टीमें तैनात की गई हैं.
स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट और पुनर्वसन विभाग की ओर से बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित जगहों में पहुंचाने के लिए 35 रिलीफ कैंप तैयार किए गए हैं. बारिश के कहर की वजह से अब तक 125 जानवरों ने भी अपनी जानें गंवाई हैं. इस बीच मौसम विभाग ने आज महाराष्ट्र के पुणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सातारा जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया हुआ है. मुंबई और कोंकण के समुद्रतटीय इलाकों में हाई टाइड्स की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग ने चार दिनों पहले ही मुंबई समेत राज्य के कई जिलों में पांच दिनों के लिए अलर्ट जारी किया था. एक बार फिर मौसम विभाग ने मुंबई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र में अब तक सबसे ज्यादा तबाही हुई है.
मराठवाड़ा और विदर्भ के तीन जिलों में तबाही का मंजर डरावना है. हिंगोली, नांदेड़ और गढ़चिरोली में स्थिति बहुत खराब है. कोल्हापुर में पंचगंगा नदी खतरे के निशान तक पहुंच गई है. इस वक्त पंचगंगा नदी में पानी का स्तर 33 फुट तक पहुंच चुका है. 43 डैम पानी के नीचे जा चुके हैं.