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बंगाल। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (TM) की जीत के बाद बीजेपी में गए नेताओं की वापस लौटने की होड़ लगी हुई है. बीजेपी (BJP) से लौटे नेताओं को पार्टी में शामिल करने पर तृणमूल कांग्रेस में असंतोष उभर रहा है. हावड़ा सदर के तृणमूल सांसद प्रसून बनर्जी (TMC MP Prasun Banerjee) भाजपा से टीएमसी में वापसी को लेकर अपना असंतोष जाहिर किया है. प्रसून बनर्जी ने सवाल किया कि विधानसभा चुनावों में प्रचंड जीत के बाद भी दलबदलुओं को क्यों शामिल किया जा रहा है? प्रसून बनर्जी ने कहा, "जो पार्टी खत्म करने गए थे, उन्हें क्यों लौटाया जा रहा है, मैं विरोध जारी रखूंगा." दूसरी ओर, डोमजूर के तृणमूल विधायक कल्याण घोष ने कहा कि यह सांसद के उनके निजी विचार हैं. टीम के शीर्ष नेतृत्व इस पर कोई टिप्णणी करेंगे.
बता दें कि साल 2021 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी की शानदार जीत के बाद पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी, सब्यसाची दत्त, मुकुल रॉय और अर्जुन सिंह को वापस बुला लिया गया है. टीएमसी में काफी समय से इसे लेकर असंतोष है. टीएमसी प्रवक्ता देबांग्शु भट्टाचार्य और कई अन्य फ्रंट-लाइन नेताओं ने भी पार्टी के इस कदम की परोक्ष रूप से आलोचना की है.
हावड़ा सदर टीएमसी सांसद प्रसून बनर्जी ने पिछले विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए नेताओं और मंत्रियों की वापसी के खिलाफ आवाज उठाई है. रविवार को उत्तर हावड़ा के सलकिया में एक रक्तदान शिविर में उन्होंने कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत हासिल करने के बाद भी इन दलबदलू नेताओं को पार्टी में क्यों शामिल किया जा रहा है? इन लोगों ने पार्टी को समाप्त करने की कोशिश की. इस तरह के लोगों को एक के बाद शामिल किया जा रहा है. इससे उन्हें दुख है. इसका विरोध करना चाहिए.