भारत में छोटी कार की जगह यूजर्स एसयूवी कार (SUV Car) को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. इसमें कोई शक नहीं है कि भारत में कार कंपनियों का सुनहरा भविष्य छिपा हुआ है. दुनिया की हर बड़ी कार निर्माता कंपनी भारत के बाजार में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाने की कोशिश कर रही है. इसी क्रम में देश के मिड-साइज एसयूवी कार सेगमेंट में दबदबा रखने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी हुंडई और किआ को कड़ी टक्कर देने के लिए जापानी कार निर्माता सुजुकी और टोयोटा एक साथ आ गए हैं. कोरिया की दोनों कंपनियों को चित करने के लिए सुजुकी और टोयोटा अगस्त से एक मिड-साइज एसयूवी का प्रोडक्शन शुरू कर रहे हैं, जिसे दोनों कंपनियां अपने-अपने नाम से बाजार में उतारेंगी.
भारत के मिड-साइज एसयूवी सेगमेंट में टोयोटा और सुजुकी की कोई मौजूगी नहीं है. वहीं, हुंडई क्रेटा और किआ सेल्टोस के साथ दक्षिण कोरियाई कंपनियों की इस सेगमेंट में जबरदस्त पकड़ है. कोरियाई कंपनियों के दबदबे को कम करने के लिए सुजुकी और टोयोटा ने कमर कस ली है. नई मिड-साइज एसयूवी आने के बाद कोरिया और जापान की कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी.
नई मिड-साइज एसयूवी को मारुति सुजुकी इंडिया और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स अपने-अपने नाम से बाजार में उतारेंगे. इसके अलावा दोनों कंपनियां अपने मॉडल्स को भारत के बाहर अफ्रीका सहित दूसरे बाजारों में भी एक्सपोर्ट करेंगी. देश में तैयार होने वाली नई मिड-साइज का मॉडल सुजुकी ने तैयार किया है, जबकि इसका प्रोडक्शन टोयोटा अपने कर्नाटक स्थित बिदादी प्लांट में करेगा.
इस मौके पर टोयोटा के प्रेसिडेंट अकियो टोयोडा का कहना है कि भारतीय ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के विकल्प प्रदान करने के लिए टोयोटा और सुजुकी की साझी शक्तियों का लाभ उठाकर हम CO2 उत्सर्जन को कम करने में योगदान करेंगे. नए मॉडल के पावरट्रेन सुजुकी द्वारा विकसित माइल्ड हाइब्रिड और टोयोटा द्वारा विकसित मजबूत हाइब्रिड टेक्नोलॉजी से लैस होंगे.