भारत

देखें 2 बजे की LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta.com पर

Nilmani Pal
1 Jun 2022 8:34 AM GMT
देखें 2 बजे की LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta.com पर
x
दिल्ली। दिल्ली में सोमवार शाम को आई आंधी (Delhi Weather) और तूफानी बारिश की वजह से काफी नुकसान हुआ. पूरे शहर में कई जगह पेड़ उखड़. कई गाड़िया और बसें भी तूफानी बारिश की जद में आ गईं. 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाएं जैसे सबकुछ उड़ा ले जाने के मंसूबे के साथ आईं थीं. मौसम विभाग जब तक इस तूफान की भविष्यवाणी करता और अलर्ट जारी करता, तब तक कुदरती आफत अपना कहर बरपाना शुरू कर चुकी थी. ये दिल्ली में साल 2018 के बाद से अब तक का तेज तीव्रता का पहला तूफान है.

रविवार को, आईएमडी ने राजधानी में सोमवार को आंधी आने की आशंका जाहिर की थी और दिल्ली के लिए 'ग्रीन अलर्ट' जारी किया था. हालांकि सोमवार IMD ने दोपहर करीब 3 बजे 'येलो' अलर्ट जारी किया. इसके बाद फिर शाम के लगभग 4:30 बजे विभाग ने 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया. लेकिन तब तक इतनी देर हो चुकी थी कि किसी भी तरह का एहतियाती उपाय नहीं किया जा सका. आईएमडी ग्रीन अलर्ट तब जारी करता है जब मौसम के बिगड़ने को लेकर कोई खतरे वाली बात नहीं होती.

जबकि येलो अलर्ट में लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी जाती है. किसी भी मौसम संबंधी आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए और किसी भी परिस्थिति के लिए पहले से तैयार रहने की सलाह के साथ येलो अलर्ट जारी किया जाता है. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मई-जून के प्री मॉनसून महीनों में मौसम में होने वाले बदलाव को समझना काफी मुश्किल है. IMD के वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने बताया कि अधिकतर महीनों में मौसम के पूर्वानुमान की विश्वसनीयता लगभग 95 से 100 प्रतिशत तक होती है. हालांकि मई और जून के महीनों में ये 80 प्रतिशत तक गिर जाती है. इसकी मुख्य वजह अनस्टेबल एटमॉस्फेयर कंडीशन है. गौरतलब है कि दिल्ली में सोमवार शाम को आई तेज आंधी और तूफानी बारिश की वजह से कम से कम 40 लोग घायल हो गए हैं. दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में तूफान की वजह से घायल 15 लोग भर्ती है. एलएनजेपी हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर सुरेश कुमार ने कहा, '3-4 ऐसे मरीज थे, जो वाहन में थे और उसी दौरान उनकी गाड़ी पर पेड़ गिर गया. जिसकी वजह से उनकी हड्डी टूट गई.' उन्होंने बताया कि कुछ लोगों को चोटें इसलिए भी आईं क्योंकि पेड़ उनकी गाड़ियां की विंडशील्ड या खिड़की पर गिरे थे. जबकि कुछ लोगों को सिर में चोट आई है. हालांकि, इनमें से किसी की भी हालत गंभीर नहीं है.' कुमार ने बताया कि 15 में से सात मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है.

Next Story