देखें 12 बजे की LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta.com पर
दिल्ली। चीन-ताइवान के बीच चल रहे संघर्ष के बीच ताइवान की खाड़ के पास दो अमेरिकी जंगी जहाज पहुंच गए. इनके पहुंचने से चीन अलर्ट हो गया. मामला रविवार यानी 28 अगस्त 2022 का है. अमेरिका की हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई अमेरिकी जंगी जहाज ताइवान के इतने करीब पहुंचा हो. हालांकि अमेरिकी नौसेना ने कहा कि यह एक ऑपरेशन का हिस्सा था. ऐसे ऑपरेशन 8 से 12 घंटे के लिए होते हैं.
उधर, अमेरिका की इस हरकत से चीन की हालत पस्त हो गई. वह दोनों जंगी जहाजों पर बारीकी से नजर रख रहा था. अमेरिकी नौसेना ने बताया कि उसका गाइडेड मिसाइल क्रूजर्स चांसलरविले (Chancellorsville) और एंटीटैम (Antietam) इस समय ताइवान की खाड़ी के पास अंतरराष्ट्रीय जलीय इलाके में ऑपरेशन कर रहे हैं. ऐसा पहले भी हो चुका है. इसमें कुछ नया नहीं है. इससे पहले भी अमेरिका के एलाइड देश जैसे ब्रिटेन और कनाडा के जंगी जहाज भी ताइवान की खाड़ी के पास से गुजर चुके हैं. या ऑपरेशन कर चुके हैं.
असल में ताइवान की खाड़ी और ताइवान को चीन अपना हिस्सा मानता है. इसलिए उसे अमेरिका समेत अन्य देशों के जंगी जहाजों के आने-जाने से दिक्कत होती है. नैंसी पेलोसी की अगस्त के शुरुआत में हुई ताइवान यात्रा को चीन ने अमेरिका द्वारा उसके आंतरिक मामलों में घुसपैठ माना था. इसके बाद चीन ने ताइवान के चारों तरफ मिलिट्री युद्धाभ्यास शुरू कर दिया था. वो तब से अब तक चल ही रही है. चीन उसे बंद नहीं कर रहा है. चीन और ताइवान के बीच तनाव का माहौल बना ही हुआ है.
अमेरिकी नौसेना ने कहा कि हमारे दोनों जंगी जहाज जिस जगह से निकले हैं, वो किसी भी देश के तटीय सीमा में नहीं आते. अंतरराष्ट्रीय नियम जहां भी अमेरिकी नौसेना को अनुमति देते हैं, वहां हम उड़ते हैं. सेलिंग करते हैं. ऑपरेट करते हैं. यह इंडो-पैसिफिक इलाके में शांति बनाए रखने के लिए है. अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि उस जगह से जहाजों का आना-जाना लगा रहता है. इसमें किसी तरह का गलत इरादा नहीं है.