देखें 12 बजे की LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta.com पर

दिल्ली। 2024 में लोकसभा के साथ ही ओडिशा में विधानसभा चुनाव होना हैं. इसके लिए बीजेपी एक्टिव मोड में आ गई है. इस बार बीजेपी ओडिशा में आदिवासी क्षेत्रों पर खासतौर से ध्यान केंद्रित करेगी. जानकारी के मुताबिक पार्टी का प्रयास आदिवासी और महिलाओं को साधने पर होगा.
बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू के रूप में ओडिशा को पहली बार राष्ट्रपति दिया है. द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं. बीजेपी को रणनीतिकारों का मानना है कि 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मुर्मू फैक्टर उनके पक्ष में काम कर सकता है.
दरअसल, ओडिशा में करीब 23 प्रतिशत आदिवासी आबादी है. राज्य में कम से कम 15 विधानसभा सीटों पर आदिवासियों की आबादी 55 प्रतिशत से अधिक है. जबकि करीब 35 सीटों पर 30 प्रतिशत से अधिक आदिवासी वोटर हैं. राज्य में सिर्फ 17 प्रतिशत आबादी शहरों में रहती है, जबकि 83 प्रतिशत गांवों में रहती है. राज्य की 147 में से 24 सीटें आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं. अभी इनमें से सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के पास 20 सीटें हैं, जिनमें 3 महिला विधायक हैं. राज्य के कुल 3.26 करोड़ मतदाताओं में 1.54 करोड़ महिला वोटर हैं.
बीजेपी के रणनीतिकार मानते हैं कि महिला और आदिवासी फैक्टर पर फोकस कर चुनाव जीता जा सकता है. ओडिशा में बीजेपी की ताकत लगातार बढ़ रही है. दो दशक से सत्ता में काबिज नवीन पटनायक को बीजेपी चुनौती दे सकती है. पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की 21 में से 8 लोकसभा सीटें जीती थीं. जबकि विधानसभा में बीजेपी को 23 सीटों पर जीत हासिल हुई थी.