देखें 4 बजे की LIVE बुलेटिन, और बने रहिए jantaserishta.com पर
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजूकी (Maruti Suzuki) लगातार अपने नए मॉडलों को पेश करती जा रही है, लेकिन इस बीच कंपनी की एक कार को ग्राहक नहीं मिल रहे हैं. ये हम नहीं कह रहे बल्कि मारुति की कारों के सेल डाटा में सामने आया है. इसे देखें तो जुलाई और अगस्त 2022, लगातार दो महीने कंपनी की प्रीमियम एसयूवी एस-क्रॉस (SUV S-Cross) की सेल 0 रही है.
Rushlane की रिपोर्ट में दिए गए मारुति सुजूकी की कारों की बिक्री के आंकड़ों को देखें तो S-Cross की डिमांड लगभग खत्म होती नजर आ रही है. जहां जुलाई 2022 में इसकी एक भी कार नहीं बिकी थी, वहीं पिछले महीने अगस्त 2022 में भी इस कार की एक भी यूनिट सेल नहीं की गई. बिक्री के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल महीने के बाद से इस कार की डिमांड में लगातार कमी देखने को मिल रही थी और जुलाई-अगस्त तक इस कार की डिमांड जीरो रह गई.
एसयूवी एस-क्रॉस की साल 2022 में महीने-दर-महीने देखें तो बिक्री अप्रैल में कंपनी ने इसकी 2,922 यूनिट की बिक्री की थी, लेकिन इसके अगले महीने यानी मई में इसकी बिक्री कम होकर 1,428 यूनिट रह गई. इसके बाद इसमें और गिरावट आती गई और जून में इस एसयूवी की सेल का आंकड़ा घटकर सिर्फ 697 यूनिट पर आ गया. बस जून का ही महीना ऐसा था, जब इस कार को खरीदार मिले, इसके बाद जुलाई और अगस्त में इसकी एक भी यूनिट नहीं बिक सकी.
S-Cross को बाजार से इस तरह की बेरुखी की उम्मीद मारुति ने शायद नहीं की होगी. रिपोर्टों के मुकाबिक, इस कार की डिमांड कम होने में मारुति की नई ग्रैंड विटारा (Grand Vitara) की एंट्री का हाथ माना जा रहा है. ग्रैंड विटारा को लेकर बाजार में यही कयास था कि यह कार एसयूवी एस-क्रॉस की जगह लेगी. हालांकि अभी कंपनी ने आधिकारिक रूप से एस-क्रॉस को बाजार से बाहर नहीं किया है. यह कार अभी भी कंपनी की वेबसाइट पर लिस्टेड है. हालांकि ग्रैंड विटारा के आने से इसका जो बुरा हाल हुआ है, यही अनुमान लगाए जा रहे हैं कि कंपनी कभी भी एस-क्रॉस को बाजार से बाहर कर सकती है.
Maruti S-Cross की सेल में आई भारी गिरावट के बाद कंपनी ने इस कार की सेल बढ़ाने के उद्देश्य से इसकी खरीद पर भारी-भरकम डिस्काउंट का भी ऐलान किया. कंपनी 42,000 रुपये तक का डिस्काउंट दे रही थी. लेकिन यह शानदार ऑफर भी इस कार के प्रति ग्राहकों को आकर्षित करने और इसकी डिमांड में इजाफा कर पाने नाकाफी साबित हुआ. इसका उदाहरण जुलाई और अगस्त महीने में इसकी जीरो सेल के रूप में सामने हैं.