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दिल्ली। कोयला तस्करी (Coal Scam) मामले में सीबीआई ने आसनसोल अदालत में पहली चार्जशीट दाखिल की. सीबीआई ने 41 लोगों के खिलाफ प्रारंभिक चार्जशीट मंगलवार को आसनसोल सीबीआई कोर्ट में दाखिल की. चार्जशीट में कोयला माफिया अनूप मांझी उर्फ लाला और उसके साथियों का नाम है. इसके अतिरिक्त तृणमूल कांग्रेस के पूर्व नेता और अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) के करीबी माने जाने वाले विनय मिश्रा का नाम भी चार्जशीट में हैं. हाल में जिन 8 ईसीएल अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है, उनके भी नाम हैं. आरोप पत्र में विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा, जयदेव मंडल, गुरुपद मांझी, निरोध मंडल, नारायण नंदा के नाम शामिल हैं. बता दें कि बंगाल में कोयला तस्करी मामले की सीबीआई और ईडी जांच कर रही है.
सीबीआई सूत्रों के अनुसार आरोप पत्र में आसनसोल और दुर्गापुर की 10 निजी फैक्ट्रियों के निदेशकों के भी नाम हैं, जो अवैध कोयला खरीदते और बेचते थे. इसमें 15 अवैध खनिकों यानि 15 माफियाओं के नाम भी हैं, जो अवैध रूप से कोयला खनन करते थे.
बता दें कि अनूप मांझी उर्फ लाला पहले से ही सुप्रीम कोर्ट के विशेष संरक्षण में हैं. विनय मिश्रा फरार है. प्रवर्तन निदेशालय ने उद्योगपति विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की तरह ही ईडी ने विनय मिश्रा को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने के लिए दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. फिलहाल इस मामले पर अभी सुनवाई होनी बाकी है. ईडी ने पहले ही कोलकाता और देश के विभिन्न इलाकों से विनय मिश्रा की संपत्ति जब्त की है और अब भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर विदेशों की संपत्ति जब्त की जाएगी. विनय मिश्रा का भाई विकास मिश्रा जेल में है. वहीं आरोपी जयदेव, गुरुपाद, निरोद और नारायण सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद जमानत पर बाहर हैं.