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सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन (Fraud Message) तेजी से वायरल हो रहा है. इस विज्ञापन में केंद्र सरकार की स्कीम 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान (Beti Bachao Beti Padhao Campaign) का जिक्र है.
इस विज्ञापन में कहा गया है कि सरकार इस अभियान के तहत आवेदकों को नौकरी, लैपटॉप और मोबाइल दे रही है. इस मैसेज में कहा गया है कि घर बैठे लड़के-लड़कियां, गृहणियां एसएमएस भेजकर कमाई कर सकते हैं.
आवेदन करने वाले को 60,000 रुपये महीने के साथ ही लैपटॉप, मोबाइल मिल रहा है.
हालांकि सरकार ने इस विज्ञापन को सिरे से नकार (Fact Check) दिया है और इसे फर्जी करार देते हुए इससे बचने की सलाह दी है.
प्रेस से जुड़े काम देखने वाली सरकार संस्था प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो (PIB) ने सोशल मीडिया पर वायरल होते इस मैसेज की पड़ताल की है. पीआईबी इस तरह की खबरों को जांचने के लिए फैक्ट चेक का काम करता है.
पीआईबी फैक्ट चेक के नाम से एक ट्विटर हैंडल भी है. इस ट्विटर हैंडल के जरिये पीआईबी ने बताया है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नाम पर नौकरी और लैपटॉप देने का विज्ञापन सरासर फर्जी है. पीआईबी ने लिखा है,
एक विज्ञापन का फर्जी दावा है कि 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत सरकार द्वारा नौकरी, लैपटॉप और मोबाइल प्रदान किए जा रहे हैं. यह धोखाधड़ी का प्रयास है. इस योजना के तहत किसी को भी व्यक्तिगत रूप से पैसे देने का प्रावधान नहीं है.
सरकार ने इस मैसेज के प्रति लोगों को आगाह किया है और इससे बचने की सलाह दी है.
इस तरह के फर्जी मैसेज निर्दोष लोगों को झांसे में लेकर फंसाना और उनसे पैसे ऐंठना है. मोबाइल या ईमेल पर ऐसे मैसेज दिखे तो सावधान रहें और उसमें दी गई लिंक पर क्लिक न करें.
इसी तरह सोशल मीडिया पर एक फर्जी नोटिस वायरल हो रहा है जिसे रेलवे का बताया गया है. नोटिस को रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की भर्ती के लिए कहा जा रहा है.
सरकार ने इस नोटिस को फर्जी बताते हुए इससे बचने की अपील की है. नोटिस में कंप्यूटर आधारित टेस्ट लेने और नौकरी देने का दावा है.
पीआईबी ने इस नोटिस की सच्चाई बताते हुए लोगों से कहा है कि रेल मंत्रालय की ओर से इसे जारी नहीं किया गया है. नोटिस में लिखा गया है कि जो लोग आवेदन करना चाहते हैं, वे आरआरबी की वेबसाइट देखते रहें क्योंकि रिक्रूटमेंट से जुड़े सभी अपडेट वहीं पर दिए जाएंगे.
नोटिस में यह भी लिखा गया है कि दलालों से सावधान क्योंकि नौकरी के नाम पर वे ठगी का शिकार बना सकते हैं.
नोटिस के मुताबिक, आरआरबी में सलेक्शन कंप्यूटर आधारित टेस्ट से होगा और लोगों को नौकरी मेरिट के आधार पर दी जाएगी. सरकार ने इस नोटिस को फर्जी बताते हुए इससे दूर रहने की सलाह दी है.