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ओडिशा। पंचायत और शहरी चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद ओडिशा कांग्रेस (Odisha Congress) के विधायकों का एक वर्ग 2024 के आम चुनाव और राज्य विधानसभा से पहले ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (OPCC) में बदलाव चाहता है. राज्य के नौ कांग्रेस विधायकों में से ताराप्रसाद बहिनीपति, एसएस सलूजा, अधिराज पाणिग्रही और मोहम्मद मोकीम ने पार्टी की वर्तमान और भविष्य की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है और नेतृत्व में कुछ बदलाव की मांग की हैं. हालांकि सभी ने दावा किया कि वे मौजूदा ओपीसीसी अध्यक्ष निरंजन पटनायक (Niranjan Patnaik) के विरोध में नहीं है.
खरिअर से विधायक पाणिग्रही ने कहा, ''हम निरंजन पटनायक के विरोधी नहीं हैं, लेकिन पार्टी को अपनी साख बचानी होगी और सभी इस बात से सहमत हैं कि संगठन को मौजूदा स्थिति से उबरना होगा. एक वैकल्पिक नेतृत्व की जरूरत है, जो पार्टी को मौजूदा स्थिति से निकाल सके.'' निरंजन पटनायक के करीबी माने जाने वाले जेयपोरे से विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति और जतणी के विधायक सुरेश राउतराय ने भी ओपीसीसी में बदलाव की वकलात की.
बहिनीपति ने कहा, ''निरंजन बाबू जब भी चुनाव आते हैं बीमार हो जाते हैं. इसलिए, ओडिशा में एक नए और मजबूत नेतृत्व की जरूरत है.'' राउतराय ने ओपीसीसी में परिवर्तन के विचार का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व को अब प्रतिद्वंद्वियों का मुकाबला करने के लिए चुनाव के दौरान उम्मीदवारों का समर्थन करना चाहिए. उन्होंने कहा, ''ओपीसीसी अध्यक्ष को शक्तिशाली बीजु जनता दल (बीजद) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ लड़ने वाले उम्मीदवारों को आवश्यक मदद मुहैया करानी चाहिए.''