बर्खास्त सिपाही, डॉक्टर और इंजीनियर को वारंट जारी, पेपर लीक केस
यूपी। समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) भर्ती परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में सिविल लाइंस पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। परीक्षा का पेपर आउट कराने के मुख्य आरोपी बर्खास्त सिपाही, डॉक्टर और इंजीनियर समेत 11 आरोपियों का कौशाम्बी जेल और मेरठ जेल में बी वारंट तामील करा दिया है। मुकदमे में कोर्ट से वारंट बनवाने की प्रक्रिया चल रही है। इस केस में 12वें आरोपी अजय शर्मा के खिलाफ कार्रवाई होना बाकी है।
लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित आरओ-एआरओ की परीक्षा 11 फरवरी को थी। आरोप है कि उसके पहले ही राजीव नयन मिश्र और डॉ. शरद चंद्र ने पेपर लीक कर प्रश्न पत्र वायरल कर दिया था। इस प्रकरण में लोक सेवा आयोग की ओर से सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। इस बीच कौशाम्बी पुलिस और एसटीएफ ने परीक्षा का पेपर आउट कराने वाले गैंग का खुलासा किया। मुख्य आरोपी मेजा का राजीव नयन मिश्र आरओ-एआरओ के साथ सिपाही भर्ती पेपर लीक में भी शामिल था। मेरठ एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार किया था। सिविल लाइंस पुलिस ने मेरठ जेल में राजीव का बी वारंट तालीम कराकर अपने केस में आरोपित कर दिया है।
इसके अलावा कौशाम्बी जेल में बंद आयुष पांडेय निवासी मऊ, पुनीत सिंह निवासी भदोही, नवीन सिंह निवासी मऊ, अमित सिंह निवासी गोंडा, यूपी पुलिस से बर्खास्त सिपाही अरुण कुमार सिंह निवासी प्रतापगढ़, स्कूल संचालक सौरभ शुक्ला निवासी प्रतापगढ़, व्यापम घोटाले के आरोपी रहे डॉ.शरद कुमार सिंह निवासी मिर्जापुर, अभिषेक शुक्ला निवासी लखनऊ, स्कूल प्रबंधक कमलेश कुमार पाल निवासी झूंसी, बिशप जॉनसन गर्ल्स विंग का परीक्षा नियंत्रक अर्पित विनीत जसवन्त निवासी म्योराबाद को कौशाम्बी जेल में वारंट तामील कराया। वहीं 11वें आरोपी मेजा के राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल का मेरठ जेल में वारंट बना। इस प्रकरण में पुलिस और एसटीएफ बिहार के सुभाष प्रकाश की तलाश जारी है।