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वैदिक पंचांग में एक वर्ष पहले ही कर दी गई थी युद्ध की भविष्यवाणी

jantaserishta.com
27 Feb 2022 2:19 PM GMT
वैदिक पंचांग में एक वर्ष पहले ही कर दी गई थी युद्ध की भविष्यवाणी
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भारतीय संस्कृति, धर्म ग्रंथ, ज्योतिष कितने प्रमाणिक हैं, इसका अंदाजा वैदिक पंचांगों से लगाया जा सकता है। यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध की भविष्यवाणी पंचांगों में एक वर्ष पूर्व ही कर दी गई थी। ज्योतिषाचार्य पंडित मुकेश मिश्र ने यूरोपीय देशों के बीच युद्ध का कारण अंगारक योग बताते हुए यह दावा किया।

इस समय विक्रमी संवत 2078 के अंतर्गत आनंद नामक संवत्सर चल रहा है। दरअसल इस संवत की शुरुआत मंगलवार को हुई थी। संवत्सर के राजा और मंत्री मंगल हैं। मंगल को ज्योतिष में युद्ध का कारक ग्रह माना जाता है। वर्तमान में मकर राशि में शनि देव पहले से ही विद्यमान हैं। 26 फरवरी को मंगल भी मकर राशि में आ गए। शनि और मंगल की युति से अंगारक नामक योग का निर्माण हुआ। यह योग सात अप्रैल तक रहेगा। यह युद्ध, भूकंप, सीमा पर तनाव की स्थिति को बढ़ाता है। पंचांग में साफ लिखा है कि अंगारक योग यूरोपीय देशों के बीच युद्ध का कारण बनेगा।
ज्योतिषाचार्य मिश्र के अनुसार जब ग्रह अपना स्थान बदलते हैं तो दो-तीन दिन पहले ही अपना प्रभाव दिखाने लगते हैं। यही कारण है कि 26 फरवरी को मकर राशि में शनि के साथ मंगल ग्रह पहुंचे। इससे तीन दिन पूर्व ही इन ग्रहों ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया था और यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध 26 फरवरी से तीन दिन पूर्व ही आरंभ हो गया। इसे लेकर सोशल मीडिया पर पंचांगों में लिखा आलेख इन दिनों खूब वायरल हो रहा है।

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