दिल्ली। दिल्ली नगर निगम चुनाव में 4 दिसंबर यानी रविवार को वोटिंग होने जा रही है. यहां स्थानीय निकाय चुनाव में 250 वार्ड में कुल 1,349 उम्मीदवार मैदान में हैं. सुबह 8 बजे से शाम 5.30 बजे तक वोट डाले जाएंगे. नतीजे 7 दिसंबर को आएंगे. 1.45 करोड़ से ज्यादा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. MCD पर पिछले 15 वर्षों से काबिज बीजेपी खुद को दोहराने की कोशिश में है तो आम आदमी पार्टी दिल्ली की सत्ता के साथ-साथ नगर निगम पर भी अपना दबदबा बनाने की कवायद में है. कांग्रेस दिल्ली की सियासत में अपने खोए हुए जनाधार को वापस पाने के लिए मशक्कत कर रही है.
राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या 1,45,05,322 है, जिसमें 78,93,403 पुरुष, 66,10,858 महिलाएं और 1,061 ट्रांसजेंडर हैं. दिल्ली में 100 साल से ज्यादा उम्र के 229 वोटर्स हैं. जबकि 80 से 100 साल के बीच वोटर्स की संख्या 2,04,301 है. पहली बार वोट डालने वाले युवाओं की संख्या 95458 है. दिल्ली नगर निगम दुनिया के सबसे बड़े निकायों में से एक है.
दिल्ली में हाल ही में परिसीमन के बाद ये पहला निकाय चुनाव होने जा रहा है. यहां मतदान गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के बाद और दूसरे चरण से एक दिन पहले हो रहा है. अधिकारियों ने पूरी दिल्ली में 13,638 पोलिंग बूथ बनाए हैं. कुल 56 हजार ईवीएम का इस्तेमाल होगा. बताते चलें कि अब तक दिल्ली में 272 वार्ड थे और तीन नगर निगम - NDMC, SDMC और EDMC थे. बीते मई महीने में तीनों निगमों का एकीकरण हो गया है, जिसके बाद दिल्ली में अब एक ही मेयर का चुनाव होगा. 22 वार्डों की संख्या भी घट गई है. MCD की स्थापना 1958 में हुई थी और 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान तीन भागों में बांट दिया गया था.