रांची। लोकसभा चुनाव के छठे फेज में झारखंड की चार सीटों रांची, जमशेदपुर, धनबाद और गिरिडीह में सुबह सात बजे से मतदान शुरू हो गया। झारखंड में चुनाव का यह तीसरा फेज है। चारों सीटों पर कुल मिलाकर 8963 बूथ बनाए गए हैं, जहां मतदान शुरू होने के पहले निर्वाचन कर्मियों ने प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में मॉक पोल कराया। राज्य निर्वाचन कार्यालय ने बताया है कि सभी बूथों पर वेबकास्टिंग से नजर रखी जा रही है।
हर बूथ के भीतर और बाहर 4-डी कैमरे लगे हैं। निर्वाचन आयोग वेब कास्टिंग की मदद से वोटिंग स्पीड की भी मॉनिटरिंग करेगा और जरूरत के अनुसार मतदान कर्मियों को जरूरी निर्देश दिए जाएंगे। सभी बूथों पर पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई है। इस फेज में 186 बूथ ऐसे हैं, जहां मतदान प्रक्रिया संपन्न कराने की जिम्मेदारी पूरी तरह महिला कर्मियों के जिम्मे है। 22 बूथों पर युवा कर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। 15 यूनिक बूथ हैं, जिन्हें खास थीम पर विकसित किया गया है।
रांची के शहरी क्षेत्रों में स्थित कई बूथों पर सुबह छह बजे से ही वोटरों की लाइन लग गई। इनमें महिलाओं और युवा वोटरों की खासी तादाद है। झारखंड में चार फेज के चुनाव में इस फेज में वोटरों और प्रत्याशियों की संख्या सबसे ज्यादा है। इन चारों सीटों पर कुल 82 लाख 16 हजार 506 वोटर हैं, जो 93 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम पर लिखेंगे। सबसे ज्यादा 22 लाख 85 हजार 237 मतदाता धनबाद संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में हैं। जबकि, सबसे कम 18 लाख 64 हजार 660 मतदाता गिरिडीह संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में हैं। सबसे ज्यादा 27 प्रत्याशी रांची संसदीय क्षेत्र में हैं, जबकि जमशेदपुर और धनबाद में 25-25 प्रत्याशी हैं। गिरिडीह में 16 प्रत्याशी मैदान में हैं। ये चारों सीटें वर्ष 2019 के चुनाव में एनडीए के खाते में थीं।
इनमें से रांची के सांसद संजय सेठ, जमशेदपुर के विद्युत वरण महतो और गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी फिर से मैदान में हैं। इनके अलावा तीन विधायक, जमशेदपुर सीट पर बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती, धनबाद सीट पर बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो और गिरिडीह सीट पर टुंडी के विधायक मथुरा महतो भी चुनाव लड़ रहे हैं। “इंडिया” गठबंधन की ओर से उतारी गईं दो महिला प्रत्याशी-- रांची में यशस्विनी सहाय और धनबाद में अनुपमा सिंह पर भी हर किसी की निगाहें हैं।