विस्तारा का एयर इंडिया में विलय, आखिरी बार उड़ान भर रहे विस्तारा को दी गई विदाई
कैसे हुई थी विस्तारा एयरलाइन की शुरुआत?
वर्ष 2012 में जब मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने विदेशी एयरलाइनों को घरेलू एयरलाइन में 49% तक की हिस्सेदारी हासिल करने की अनुमति दी, तो इससे जेट एयरवेज को खाड़ी एयरलाइन एतिहाद से 24% हिस्सेदारी हासिल हुई थी। उसी दौरान टाटा समूह के नेतृत्व में एयरएशिया इंडिया और विस्तारा का भी उदय हुआ। विस्तारा पिछले एक दशक में भारतीय आसमान में परिचालन शुरू करने वाली एकमात्र पूर्ण-सेवा एयरलाइन थी।
पिछले कुछ सालों में किंगफिशर और एयर सहारा जैसी एयरलाइन्स, जिन्हें जेटलाइट के नाम से जाना जाता है, ने अपना परिचालन बंद कर दिया है। 25 साल तक परिचालन करने वाली जेट एयरवेज को वित्तीय समस्याओं के कारण अप्रैल 2019 में ग्राउंडेड कर दिया गया था और अब इसे बंद करने की तैयारी है। विस्तारा की शुरुआत जनवरी 2015 में हुई थी। एयरलाइन में सिंगापुर एयरलाइंस की 49 प्रतिशत और टाटा समूह की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
#WATCH अहमदाबाद, गुजरात: एयरपोर्ट स्टाफ ने दिल्ली के लिए रवाना हुई विस्तारा की फ्लाइट को विदाई दी। (11.11)
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 11, 2024
सोमवार को विस्तारा का एयर इंडिया में विलय हो गया।
(सोर्स: अहमदाबाद एयरपोर्ट PRO) pic.twitter.com/CapKkhJDxv