भारत
विश्व हिंदू परिषद ने की तीर्थाटन मंत्रालय बनाने की मांग
jantaserishta.com
31 Dec 2022 10:36 AM GMT
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इंदौर/ नई दिल्ली (आईएएनएस)| विश्व हिंदू परिषद ने केंद्र और सभी राज्यों की सरकारों से स्वतंत्र तीर्थाटन मंत्रालय बनाने की मांग की है। पाश्र्वनाथ पर्वत और तीर्थराज सम्मेद शिखर की पवित्रता की रक्षा की जैन समाज की चिंता से सहमति जताते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार ने बयान जारी कर कहा कि विश्व हिंदू परिषद भारत के सभी तीर्थ स्थलों की पवित्रता की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध व प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि विहिप का यह स्पष्ट मत है कि किसी भी तीर्थ स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में परिवर्तित नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने जैन समाज की मांग का समर्थन करते हुए कहा है कि तीर्थों का विकास पर्यटन केंद्रों के रूप में नहीं बल्कि श्रद्धा और आस्था के अनुरूप ही होना चाहिए।
विहिप ने जैन समाज की मांग का समर्थन करते हुए केंद्र की मोदी सरकार और झारखंड की हेमंत सोरेन की राज्य सरकार से ,संपूर्ण सिद्ध क्षेत्र पाश्र्वनाथ पर्वत को पवित्र क्षेत्र घोषित करने, वहां जैन समाज की आस्थाओं को आघात पहुंचाने वाली किसी भी प्रकार की कोई भी गतिविधि नहीं होने देने के साथ-साथ इस तीर्थ क्षेत्र की सीमा में मांसाहार व नशाखोरी को अनुमति नहीं देने की मांग की है। उन्होंने सिद्ध पाश्र्वनाथ पर्वत व तीर्थराज सम्मेद शिखर को कभी भी पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित न किया जा सके, इसके लिए तत्सम्बन्धी अधिसूचनाओं में आवश्यक संशोधन भी करने की मांग की
विहिप नेता ने झारखंड में अविलंब तीर्थाटन मंत्रालय की स्थापना भी किए जाने की मांग की, ताकि सिद्ध क्षेत्र पाश्र्वनाथ पर्वत के साथ-साथ वहां के सभी तीर्थ स्थलों का विकास अनुयायियों की श्रद्धा के अनुसार ही किया जा सके। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष ने आश्वस्त किया कि विहिप जैन समाज के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर इस दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए सार्थक प्रयास करेगी।
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