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गणतंत्र दिवस परेड में दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाले विंटेज टैंक और तोप भी देंगी दिखाई, 16 मार्चिंग दस्ते पर मार्च पास्ट करेंगे

jantaserishta.com
23 Jan 2022 12:54 AM GMT
गणतंत्र दिवस परेड में दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाले विंटेज टैंक और तोप भी देंगी दिखाई, 16 मार्चिंग दस्ते पर मार्च पास्ट करेंगे
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नई दिल्ली: 73वें गणतंत्र दिवस परेड में इस ‌साल भारतीय सेना की ताकत तो दिखाई देगी ही साथ ही 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के छक्के छुड़ाने वाले विंटेज टैंक और तोप भी दिखाई देंगी. इस ‌साल सेना के तीनों अंगों और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के कुल 16 मार्चिंग दस्ते राजपथ पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री सहित सभी गणमान्य व्यक्तियों के सामने मार्च पास्ट करेंगे.

परेड सुबह 10:30 बजे शुरू होगी
परेड की शुरुआत हेलीकॉप्टर से फूलों की बरसात से होगी. इसके तुरंत बाद परेड कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा राजपथ पहुंचेंगे. परेड के सेकेंड इन कमान, मेजर जनरल आलोक कक्कड़ के पहुंचने के बाद परेड शुरू हो जाएगी. इस साल से परेड सुबह 10:30 बजे शुरू होगी. हर साल 10 बजे शुरू होती है. कुल 90 मिनट की परेड होगी, जिसमें थलसेना, वायुसेना और नौसेना का फ्लाई-पास्ट भी शामिल होगा.
परेड में पहले पीटी-76 और सेंचुरियन टैंक आएंगे
हालांकि, परेड की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंच कर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धा-सुमन भी अर्पित करेंगे. राजपथ पर परेड में सबसे पहले पीटी-76 और सेंचुरियन टैंक आएंगे, जिन्होनें 1971 के युद्ध में पाकिस्तानी सेना की धज्जियां उड़ा दी थीं.
75/24 तोप भारत की पहली स्वदेशी तोप थी
ये विंटेज टैंक अब सेना के जंगी बेड़ा का हिस्सा नहीं है और खासतौर से म्यूजियम से परेड के लिए बुलाया गया है. हाल ही में देश में 71 के युद्ध की स्वर्णिम विजय वर्ष मनाया गया था. इसके अलावा 75/24 विंटेज तोप और टोपैक आर्मर्ड पर्सनल कैरियर व्हीकल भी परेड का हिस्सा होगी. 75/24 तोप भारत की पहली स्वदेशी तोप थी और 1965 और 1971 के युद्ध में हिस्सा लिया था. विंटेज मिलिट्री हार्डवेयर के अलावा आधुनिक अर्जुन टैंक, बीएमपी-2, धनुष तोप, आकाश मिसाइल सिस्टम, ‌सवत्र ब्रिज, टाइगर कैट मिसाइल और तरंग इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सि‌स्टम सहित कुल 14 मैकेनाइज कॉलम भी परेड में शामिल हैं.
सीमा भवानी बीएसएफ की महिला जवानों का दस्ता है
इस साल परेड में थलसेना की 61 कैवलरी (घुड़सवार) रेजीमेंट सहित कुल छह मार्चिंग-दस्ते हैं, जिसमें राजपूत रेजीमेंट, असम जैकलाई, सिखलाई, एओसी और पैरा रेजीमेंट शामिल हैं. इ‌‌सके अलावा वायुसेना, नौसेना, सीआरपीएफ, एसएसबी, दिल्ली पुलिस, एनसीसी और एनएसएस के मार्चिंग दल और बैंड भी राजपथ पर दिखाई देंगे. इस ‌साल बीएसएफ का 'सीमा भवानी' और आईटीबीपी का दस्ता बाइक पर हैरतअंगेज स्टंट करते दिखाई पड़ेंगे. सीमा भवानी बीएसएफ की महिला जवानों का दस्ता है. राजपथ पर इस साल कुल 25 टैब्लो यानी झांकियां दिखाई देंगी, जिसमें 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश, 09 केंद्रीय मंत्रालय और विभाग, दो डीआरडीओ, एक-एक थलसेना, वायुसेना और नौसेना के शामिल हैं
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