बनासकांठा एसपी के मुताबिक ये पूरा मामला 28 सितंबर का है. जिसमें दोनों ही पक्षों के जरिए एकदूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. सबसे पहले इस मामले में लड़के के परिजनों के जरिए मामला पुलिस में दर्ज करवाया गया है. जिसके मुताबिक लड़की जब अपने काम से जा रही थी, उसी वक्त दूसरे समुदाय के कुछ लड़कों ने उसके साथ छेड़खानी की. जिसके बाद लड़की घर आई और तुरंत अपने भाई और माता-पिता के साथ लड़कों के यहां झगड़ा करने पहुंच गई. उसी बीच लड़कों के परिवार वाले भी मौके पर पहुंच गए. जिस वजह से दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई. इस घटना में घायल लड़की और उसका भाई फिलहाल अस्पताल में है.
वहीं इस मामले में दलित परिवार के खिलाफ भी पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई है. दूसरे पक्ष के भी तीन सदस्य फिलहाल अस्पताल में हैं. उनके सिर में बुरी तरह चोट आई है. जानकारी के मुताबिक आपसी लड़ाई में दोनों ही पक्ष के लोग घायल हुए हैं.
बनासकांठा के एसपी तरुन दुग्गल का कहना है कि दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. जिसमें दलित परिवार के 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, जिसमें छेड़खानी का शिकार हुई लड़की के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है. जबकि दूसरे पक्ष के 6 लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ है जिसमें 3 लोगों को फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
गुजरात में पीडिता की पिटाई:
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) October 9, 2020
पुलिस हाथरस में अब पीडीता को ही बदनाम करने पर तुली है। बिलकुल उसी तर्ज पर गुजरात के बनासकांठा जिले के दीओदर तहसील के रैया गांव में लडकी की छेडख़ानी करने के बाद उसके हाथ पैर तोड दिये ओर फिर कसूरवारों ने पीड़िता पर ही कर दिया FIR @dgpgujarat यह क्या है? pic.twitter.com/cIIIYOPULH
बनासकांठा की इस घटना को लेकर विधायक जिग्नेश मेवानी ने राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं. बता दें कि पुलिस ने दलित लड़की के साथ हुई छेड़खानी को लेकर आईपीसी की धारा 354 के तहत मामला दर्ज किया है. जबकि दलित परिवार पर तेज धार वाले हथियार से सिर पर वार करने का मामला दर्ज किया है.