दादागिरी का वीडियो: पुलिस अफसर बोले - एक झटके में सब नेतागिरी छुड़ा देंगे
बिहार। बिहार पुलिस के अधिकारी अक्सर अपने हरकतों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं. ताजा मामला प्रदेश के गोपालगंज जिले का है, जहां सदर एसडीपीओ संजीव कुमार का जनता को धमकाने का वाडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल हो रहा वीडियो 12 फरवरी का है. दरअसल, जिले के बैकुंठपुर थाने के हमीदपुर गांव निवासी सीएसपी संचालक राम नारायण सिंह की बेखौफ अपराधियों ने 11 फरवरी को दिनदहाड़े पकड़ी मोड़ के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं, उनके पास रहे 4 लाख 71 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए थे.
अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन
हत्या के दो दिनों बाद भी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर मृतक के परिजन और स्थानीय व्यवसायियों के साथ जनता ने राजापट्टी कोठी के पास सड़क जाम कर दिया था. जनता अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रही थी. इस दौरान सदर एसडीपीओ संजीव कुमार सदलबल मौके पर पहुंचे और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रही जनता को खाकी और कानून का धौंस दिखाते हुए धमकना शुरू कर दिया. वायरल वीडियो में अधिकारी ये कहते दिख रहे हैं, " इ जो आज किए हैं न, ये भारी पड़ जाएगा. इतना लोगों के सामने कह रहें हैं कि भारी पड़ जाएगा. बाइनेम एफआइआर करेंगे. अभी न कूद रहे हैं, जब एक-एक के घर छपरा और सीवान में खोजवाएंगे न तब देखिएगा. रिकॉर्ड कर लो जितना करना है. लिख लो सब नेतागिरी छुड़ा देंगे. कर लो अभी जितना नेतागिरी करना है."
बता दें कि इस मामले में जनता को धमकाने के बाद एसडीपीओ संजीव कुमार ने बैकुंठपुर थाने में थानाध्यक्ष धनंजय राय के बयान पर प्राथमिकी भी दर्ज करा दी है. थानाध्यक्ष धनंजय राय ने इलाके के 150 लोगों पर सड़क जाम कर आवागमन बाधित करने, आगजनी करने और सरकारी काम में बाधा डालने का दफा लगाकर मुदकमा दर्ज किया है. ऐसे में सवाल उठता है कि उन अपराधियों पर क्या कार्रवाई हुई, जिसने पुलिस को चुनौती देते हुए दिनदहाड़े हत्या कर लूट की वारदात को अंजाम दिया.
बता दें कि हत्या और लूट के मामले में एसपी आनंद कुमार ने सदर एसडपीओ संजीव कुमार के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर दी. लेकिन हत्या के पांच दिन बीत जाने के बावजूद सीएसपी संचालक की हत्या का गुनहगार नहीं मिला है और न ही अपराधियों का कोई सुराग. ध्यान देने वाली बात है कि बिहार सरकार के मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता जनक राम भी मान रहे हैं कि गोपालगंज में अपराधी बेलगाम हो गए हैं. प्रशासन का रवैया जनता के प्रति जो उत्तरदायित्व होनी चाहिए, उसमें लापरवाही दिख रही है. चौक-चौराहों पर आए दिन हो रही अपराधिक वारदात सरकार और जनप्रतिनिधियों के लिए चुनौती है.