राजस्थान। जोधपुर शहर में मोबाइल चोरों का इतना बोलबाला हैं की शातिर चोर मोबाइल चोरी के लिए अलग अलग पैतरें अपना रहे हैं. मजदूरों से मोबाइल चोरी करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने पकड़ा है. इस चोर के पास से करीब 22 मोबाइल बरामद किए गए. इनकी मार्केट में कीमत 2 लाख 15 हजार के करीब बताई जा रही है.
कैसे करते थे चोरी
शहर के चौराहों पर मजदूरी के लिए खड़े मजदूरों को घर में मजदूरी का कहकर बाइक पर बिठा कर साथ ले जाता. थोड़ा आगे जाकर बाइक से मजदूर को उतारता और उसे दस रुपए देकर सर दर्द का बहाना बना गोली लाने को कहता और उसका मोबाइल यह कहकर मांग लेता कि वह अपना मोबाइल घर भूल आया और घर पर संपर्क करना है. ऐसे में मजदूर मोबाइल देकर दवाई लेने जाता तब तक वह मोबाइल लेकर फरार हो जाता.
मंडोर थाना क्षेत्र में गोकुलजी प्याऊ क्षेत्र मध्यप्रदेश का निवासी मजदूरी करने वाला जगदीश किराये के मकान में रह रहा था. उसने मंडोर थाने में मोबाइल चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. 8 फरवरी को दर्ज रिपोर्ट में बताया कि मजदूरी के बहाने युवक उसे ले गया और रास्ते में रोक कर दवाई लाने को बोला और घर फोन करने के बहाने मोबाइल मांगा और लेकर भाग गया. इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु की.
डीसीपी ने क्या कहा
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के डीसीपी पूर्व भुवन भूषण यादव के निर्देश पर थानाधिकारी मण्डोर सुरेश कुमार ने टीम बनाकर तलाश की. टीम ने टेक्निकल आधार और सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर देचु निवासी 27 वर्षीय दिलीप पुत्र नरुराम को पकड़ा तो उसने शहर के विभिन्न क्षेत्र में चोरी करने की बात कबूल की. चोर शहर के विभिन्न मजदूर चौराहों पर जाकर मजदूरों को मजदूरी के बहाने से बात करके बाइक पर बैठाकर ले जाता. 2- 3 किलोमीटर दूर ले जाकर उसका फोन लेकर उसको 10-20 रुपये देकर दवा लाने के लिए भेजता जिसके बाद उसका मोबाइल चुराकर ले जाता था. चोर ने वारदात के साथ अन्य कई स्थानों महामदिर, उदयमंदिर, रातानाडा, माता का थान, चोपासनी हाउसिंग बोर्ड, राजीव गांधीनगर और जोधपुर शहर के विभिन्न जगहों पर वारदात करना स्वीकार किया है. चोर के पास से इस घटना में चोरी किये गये मोबाइल सहित कुल 22 मोबाइल बरामद किए. चोर को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.