यूपी। उत्तर प्रदेश का सनसनीखेज उमेश पाल हत्याकांड सुर्खियों में है, लेकिन मंगलवार को पूरे देश की निगाहें उमेश पाल अपहरण कांड के फैसले पर होंगी। पहले राजू पाल हत्याकांड की पैरवी, इसके बाद खुद के अपहरण कांड की पैरवी में रातों दिन गुजारने वाले उमेश पाल अब दुनिया में नहीं रहे लेकिन दर्ज मुकदमे में माफिया अतीक, उसके भाई अशरफ और अन्य को फैसला सुनाया जाना है। इससे पहले अतीक, अशरफ समेत अन्य आरोपित हाजिर अदालत होंगे।
मंगलवार को प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट की सुनवाई पर सत्तापक्ष, विपक्ष समेत सभी छोटे-बड़े राजनीतिक दलों की निगाहें रहेंगी। माफिया अतीक को लेकर इन दिनों राजनीति भी गरमाई है, ऐसे में प्रयागराज में अदालत से आने वाला फैसला नजीर बनने सरीखा होगा। एमपी-एमएलए कोर्ट के बाहर दिग्गज वकीलों का तो जमावड़ा होगा ही साथ ही अतीक, अशरफ और गैंग मेंबरों पर मुकदमा दर्ज कराने वाले जरूर पहुंचेंगे। अतीक समर्थकों के जमावड़े को लेकर पुलिस प्रशासन फिक्रमंद है। मंगलवार को जिला अदालत के सुरक्षा इंतजाम परिंदा भी पर न मार सके सरीखा करने की कवायद है। पुलिस, पीएसी, आरएएफ की तैनाती के साथ खुफिया और एसटीएफ की टीमें निगरानी रखेंगी।
उमेश पाल हत्याकांड जिस सनसनीखेज तरीके से अंजाम दिया गया, उसके बाद तो सरकारी वकीलों ने भी कोर्ट के आसपास सुरक्षा को लेकर पत्र लिखा है। पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा अदालत के आसपास की सुरक्षा को लेकर गोपनीय बैठकें कर चुके हैं। सुरक्षा इंतजामों को लेकर पुलिस ने कई प्लान बनाए हैं। किस रास्ते से अतीक को लाया जाएगा, अशरफ को कब पेश किया जाएगा। सुनवाई के बाद ले जाने के रास्ते कौन से होंगे इन सब पहलुओं पर पहले से मंथन के बाद प्लानिंग की गई है।