वनभूलपुरा हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक पुलिस की गिरफ्त से बाहर
उत्तराखंड। वनभूलपुरा की हिंसा का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक तक पहुंचने के लिए पुलिस अपना जाल बिछाये हुए है। उत्तराखंड से लेकर दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई तक पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। सभी जगहों पर स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को सर्कुलर जारी कर दिया गया है। लुकआउट सर्कुलर भी जारी है। जानकारी के अनुसार, मलिक और मोईद की मोबाइल लोकेशन बंद चल रही है। ऐसे में पुलिस ने दोनों आरोपियों पर शिकंजा कसने के लिए मुखबिरों का जाल बिछा रखा है।
8 फरवरी को हुई वनभूलपुरा की हिंसा के बाद तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए। अतिक्रमण हटाने के बाद भड़की हिंसा की घटना की जांच सीओ लालकुआं संगीता, मुखानी थानाध्यक्ष के सरकारी वाहन को फूंकने सहित अन्य आरोपों की जांच इंस्पेक्टर हरेंद्र चौधरी और नगर निगम की ओर से दर्ज कराए गए तीसरे मुकदमे की जांच थाना चोरगलिया के एसओ भगवान महर कर रहे हैं। तीनों जांच अधिकारियों की निगरानी में पांच से ज्यादा पुलिस टीमें काम कर रही हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद की मोबाइल फोन की लोकेशन बंद हो चुकी है। पुलिस के पास अन्य राज्यों और जिलों की पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ मुखबिरों का सहारा ले रही है। अभी तक करीब 11 टीमें लगभग 280 घरों पर दबिश दे चुकी हैं। सूत्रों की मानें तो मलिक ने अपने आर्थिक साम्राज्य के चलते देश के कई महानगरों में मजबूत संबंध बनाए हुए हैं। ऐसे में पुलिस देश के आर्थिक महानगर माने जाने वाले शहरों में भी उसकी तलाश कर रही है।