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दस्तावेजों में वैक्सीनेशन, ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल, पढ़े हैरान करने वाली खबर

jantaserishta.com
29 May 2021 11:25 AM GMT
दस्तावेजों में वैक्सीनेशन, ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल, पढ़े हैरान करने वाली खबर
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देश में कोविड वैक्सीन की कमी को लेकर लोग वैक्सीनेशन सेंटरों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन राजस्थान के धौलपुर जिले में लाभार्थियों का दस्तावेजों में वैक्सीनेशन हो गया. जब लाभार्थियों के पास मैसेज पहुंचा तो मामले का भंडाफोड़ हुआ. कार्मिकों द्वारा ग्रामीणों के आधार कार्ड लिए गए जिनके नंबर रिकॉर्ड में दर्ज कर वैक्सीन लगवा दी गई लेकिन लाभार्थी वैक्सीन से वंचित हैं.

मामले को लेकर शिकायतकर्ता अनुज सिंह ने राजस्थान पोर्टल 181 पर शिकायत की. शिकायत होने के बाद सरकारी चिकित्सक ने ग्रामीणों से मोबाइल पर बात की और चिकित्सक शिकायत वापस लेने की कह रहा है और दूसरी आईडी से वैक्सीन लगवाने को कह रहा है, जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
चिकित्सक भी लाभार्थी को सरकार की नाकामी बता कर दूसरी आईडी से वैक्सीन लगवाने की सलाह देता है. मामले को लेकर सरमथुरा एसडीएम ने जांच कराने की बात कही है.
मामला धौलपुर जिले की सरमथुरा उपखंड की ग्राम पंचायत झिरी का है जहां के रहने वाले अनुज सिंह ने राजस्थान पोर्टल 181 पर शिकायत की है कि मेरी माताजी मनोरमा और अन्य लोगों को सरकारी रिकॉर्ड में वैक्सीन लगा दी लेकिन फिजिकली तौर पर वह वैक्सीन से वंचित हैं.
ग्रामीणों से सरकारी कार्मिकों द्वारा आधार कार्ड वैक्सीन लगाने के लिए लिए गए थे लेकिन बिना वैक्सीन लगे हुए ग्रामीणों के मोबाइल पर वैक्सीन लगने का मैसेज पहुंचता है. वैक्सीन लगने के मैसेज को देख ग्रामीणों के होश उड़ गए.
जब शिकायतकर्ता अनुज सिंह ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी और चिकित्सक से जानकारी ली तो कहा गया क‍ि दूसरी आईडी लेकर आ जाओ तो आपको वैक्सीन लगवा दी जाएगी.
प्रशासन के सरकारी रिकॉर्ड में ग्रामीणों का वैक्सीनेशन हो गया लेकिन ग्रामीण लोगों को फिजिकली वैक्सीन नहीं लगी तो धांधली का शक हुआ. आखिर ग्रामीणों के आधार कार्ड से अंकित वैक्सीन किसे लगा दी गई. इसका जवाब सिस्टम के आला अधिकारी नहीं दे पा रहे हैं.
शिकायत होने के बाद चिकित्सा विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए. शिकायतकर्ता को फोन लगाकर दूसरे आईडी नंबर से वैक्सीन लगाने की बात कह रहे हैं और शिकायत को भी वापस लेने को कह रहे हैं जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
शिकायतकर्ता अनुज सिंह ने बताया कि उसके माता-पिता को सरकारी रिकॉर्ड में तो वैक्सीन लग चुकी है लेकिन फिजिकली तौर पर वैक्सीन नहीं लगी है. कोविड साइट पर वैक्सीन लगने का सर्टिफिकेट दिखाया जा रहा है. उसने शिकायत राजस्थान पोर्टल के 181 पर दर्ज कराई थी. शिकायत के बाद चिकित्सक सचिन सिंघल का मेरे पास मोबाइल पर फोन आता है. चिकित्सक द्वारा बोला जाता है कि दूसरी आईडी लेकर वैक्सीन लगवा लो और शिकायत को वापस ले लो.
ग्रामीण महिला मनोरमा ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उनके पास आई थी. वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आधार कार्ड उनसे ले लिया गया लेकिन वैक्सीन नहीं लगाई गई. जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से पूछा गया तो दूसरी आईडी लेकर वैक्सीन लगाने का भरोसा दिया गया. ग्रामीण महिला के पास भी वैक्सीन लगने का मैसेज पहुंच जाता है.
ग्रामीण महेंद्र सिंह ने बताया कि झिरी ग्राम पंचायत में वैक्सीन का फर्जीवाड़ा हुआ है. कागजों में वैक्सीन लग चुकी है लेकिन मुझे वैक्सीन नहीं लगी है. जब वैक्सीन लगाई जा रही थी तब मैं ड्यूटी पर था. मुझे वैक्सीन लगाई जाए और कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
महिला स्वास्थ्य कर्मी नजमा बाई ने बताया कि वैक्सीन ऑन रिकॉर्ड कागजों में हो गई है, इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है. सरमथुरा एसडीएम मनीष कुमार ने बताया कि मामले की गहनता से जांच कराई जाएगी और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.
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