उत्तराखंड: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी टनकपुर पहुंचे, कुमाऊं को दी कई सौगातें

टनकपुर: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार को अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान चंपावत जनपद के सीमांत टनकपुर नगर पहुंचे। जहां केंद्रीय मंत्री गडकरी ने गांधी मैदान में आयोजित जनसभा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा सांसद अजय भट्ट और अजय टम्टा भी उपस्थित …
टनकपुर: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार को अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान चंपावत जनपद के सीमांत टनकपुर नगर पहुंचे। जहां केंद्रीय मंत्री गडकरी ने गांधी मैदान में आयोजित जनसभा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा सांसद अजय भट्ट और अजय टम्टा भी उपस्थित रहे। स्थानीय जनता एवं कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री धामी एवं स्थानीय सांसदों द्वारा नितिन गडकरी को उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़े प्रतीक चिन्ह भेंट स्वरूप प्रदान किए गए।
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री गडकरी ने डिजिटल माध्यम से कुमाऊं मंडल में 2,200 करोड़ से अधिक लागत की सात योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने देवभूमि उत्तराखंड में मार्गों के विकास हेतु निकट भविष्य में 2 लाख करोड़ से ज्यादा की योजनाओं के विकास के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने भारतमाला श्रृंखला योजना, मानसखंड मंदिर परियोजना एवं चारधाम को लेकर कई बातों का जिक्र किया। साथ ही भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि ऐसी ही परियोजनाओं के फलस्वरूप उत्तराखंडवासी जल्द ही 2 घंटे में देहरादून से दिल्ली का सफर पूरा कर सकेंगे। सीमांत क्षेत्र में किए जाने वाले सामरिक एवं अति आवश्यक मार्गों के चौड़ीकरण एवं विस्तार के लिए किए जा रहे कार्य के बारे में भी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी प्रदान की।
उन्होंने बताया कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से देवभूमि उत्तराखंड में अब तक कुल 3,608 किलोमीटर नए मार्गों का निर्माण किया जा चुका है।चंपावत के सीमांत टनकपुर क्षेत्र से नेपाल के कंचनपुर तक कुल 314 करोड़ की लागत से 4 किलोमीटर के फोरलेन हाईवे का निर्माण सितंबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। जिसके उपरांत ड्राई पोर्ट का निर्माण होने से नेपाल के साथ होने वाले व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय जनता को भी रोजगार प्राप्त होगा।
