उत्तराखंड। देश के साथ ही उत्तराखंड (Uttarakhand) में भी कोरोना संक्रमण (Corona infection) का कहर देखने को मिल रहा है और राज्य में लगातर कोरोना के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है. राज्य में कोरोना संक्रमण का ग्राफ दूसरी लहर की तुलना में तेजी से बढ़ रहा है. बताया जा रहा है कि राज्य में जनवरी के पहले सप्ताह में मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हो रहा है और अगर यही हालत रहे तो राज्य में बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित होने का खतरा पैदा हो गया है. वहीं राज्य में ओमिक्रॉन ने भी दस्तक दे दी है.
राज्य में कोरोना के मामलों लगातार इजाफा हो रहा है और राजधानी देहरादून कोरोना के मामलों में सबसे ज्यादा प्रभावित है. जानकारी के मुताबिक कोरोना की पहली लहर पिछले साल जनवरी के मध्य में धीमी हो गई थी और इसके बाद फरवरी और मार्च तक धीरे-धीरे मरीजों की संख्या बढ़ती गई और फिर मध्य अप्रैल से मरीजों की संख्या बढ़ने लगी तो मई और जून में संक्रमण बड़े पैमाने पर फैल गया. लेकिन पिछले साल जुलाई के शुरू में दूसरी लहर कमजोर पड़ गई और दिसंबर 2021 तक मरीजों की संख्या बहुत कम हो गई थी. लेकिन इस साल के पहले सप्ताह में कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है.
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में पिछले एक सप्ताह के दौरान मरीजों की संख्या में आठ गुना वृद्धि हुई है. लिहाजा स्वास्थ्य विशेषज्ञों ऐसी स्थिति में यदि सख्ती नहीं बरती गई तो इस बार बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित हो सकते हैं. स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा का कहना है कि इस बार संक्रमण के तीव्र होने के बावजूद लोगों में गंभीर लक्षण नहीं दिख रहे हैं और अगर सावधानी बरती गई तो संक्रमण पर काबू पाया जा सकता है.