यूजर्स के डेटा वीपीएन सर्विस और फिटनेस ट्रैकिंग ऐप से होते हैं चोरी
दिल्ली: फेसबुक यानी मेटा (Meta) ने हाल ही में चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि फेसबुक के 10 लाख से अधिक यूजर्स के खातों की जानकारी पासवर्ड के साथ लीक हुई है। कंपनी के मुताबिक, यह डेटा करीब 400 ऐप के जरिए लीक हुआ है। इनमें धोखाधड़ी करने वाले ऐप शामिल हैं। आइए, जानते हैं कि पूरा मामला क्या है और इससे कैसे बचें… ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल प्ले स्टोर और एप्पल प्ले स्टोर पर धोखाधड़ी करने वाले कई ऐप फोटो एडिटर, मोबाइल गेम, हेल्थ ट्रैकर्स के रूप में उपलब्ध थे। इस तरह के ऐप्स अक्सर गेम, एडिटर और अन्य के रूप में अपेक्षा के अनुरूप काम करते हैं, जिससे ज्यादातर लोग संदेह नहीं करते और झांसे में आ जाते हैं।
लॉगिन करवाने के बाद काम नहीं करते: ये ऐप यूजर्स के फेसबुक अकाउंट के जरिए लॉगिन करवा रहे थे। इसके बाद ये तमाम तरह के एक्सेस ले रहे थे। मेटा के थ्रेट डिसरप्शन के डायरेक्टर डेविड एग्रानोविच के मुताबिक, ये ऐप फेसबुक अकाउंट के जरिए लॉगिन तो करवाते ही थे, लेकिन लॉगिन हो जाने के बाद काम ही नहीं करते थे। उन्होंने कहा, डेटा चुराने वाले जानते हैं कि इस तरह के ऐप कितने लोकप्रिय हैं, इसलिए डेटा चुराने के लिए ऐसी ही समान प्रणाली का उपयोग करते हैं।
इन ऐप के जरिए ज्यादातर यूजर्स का डेटा चोरी हुआ: जिन ऐप के जरिए ज्यादातर फेसबुक यूजर्स के डेटा की जानकारी चोरी हुई है, उनमें फोटो एडिटर, कैमरा ऐप, वीपीएन सर्विस, राशिफल ऐप और फिटनेस ट्रैकिंग ऐप शामिल हैं। इस तरह के एंड्रॉयड ऐप की संख्या ज्यादा थी। डेटा चोरी करने वाले अधिकतर ऐप फोटो फिल्टर और बिजनेस यूटिलिटी वाले थे। इनके नाम मेटा बिजनेस, एफबी एनेलिटिक आदि थे, जिसकी वजह से यूजर्स भ्रमित हुए।
धोखाधड़ी होने पर क्या करना चाहिए?: किसी भी तरह का डेटा चोरी होने पर सबसे पहले सभी डिवाइस से अपने अकाउंट को लॉगआउट कर देना चाहिए और अपने पासवर्ड को बदलना चाहिए। पासवर्ड में नाम, मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।