ग्रेटर नॉएडा के निकम्मे पुलिस अफ़सरों पर जल्दी ही गिरेगी गाज, लखनऊ भेजी गई सूची
ग्रेटर नॉएडा न्यूज़: अपराधों पर अंकुश लगाने में नाकाम एवं कई विवादों में घिरे ग्रेटर नोएडा जोन के एसीपी प्रथम , महेंद्र देव सिंह का तबादला हो गया है। उनका तबादला पीएससी में किया गया है। बता दें कि अपने कार्यकाल के दौरान एसीपी महेंद्र देव सिंह अपराधों पर अंकुश लगाने में पूरी तरह नाकाम साबित हुए थे। उनके कार्यकाल में क्षेत्र में जहां अपराधिक घटनाएं बढ़ी वहीं अधिकतर अपराधिक घटनाओं का खुलासा करने में पुलिस नाकाम रही। बड़ी घटनाओं की बात तो दूर उनके कार्यकाल में साइकिल चोरी जैसी घटनाओं का भी अनावरण नहीं हो पाया। ग्रेटर नोएडा के अल्फा 2 सेक्टर से चोरी हुई साइकिल के मामले की रिपोर्ट दर्ज हुए 8 माह से ऊपर हो चुके हैं।
बड़े-बड़े अपराधिक मामलों का जल्द खुलासा करने का दावा करने वाली गौतम बुद्ध नगर कमिश्नरेट की तेजतर्रार पुलिस साइकिल चोरी के मामले का अभी तक खुलासा नहीं कर पाई है। साइकिल चोरी की घटना तो एक बानगी मात्र है। इसके अलावा कई अन्य बड़ी घटनाओं का भी पुलिस खुलासा करने में नाकाम साबित हुई है। इसके अलावा कई बार एसीपी महेंद्र देव पर न्यायोचित कार्रवाई न किए जाने के भी आरोप लगे थे। लोगों को लाखों रुपए का चूना लगाने वाले ठग गिरोह से एसीपी की सांठगांठ की चर्चाओं ने भी खूब तूल पकड़ा था। इस मामले में पीड़ित पर दबाव बनाने का भी आरोप एसीपी पर लगा था।
बताया जाता है कि पिछले दिनों गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट से एक गोपनीय सूची लखनऊ भेजी गई है। इस सूची में ऐसे पुलिसकर्मियों के नाम शामिल हैं जो अपने कार्यकाल के दौरान सेवा ठीक तरीके से नहीं दे रहे हैं। साथ ही अपराधियों से सांठगांठ और गोपनीय सूचनाएं लीक करने का भी इन पर आरोप लगाया गया है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही कई और पुलिस अधिकारियों पर तबादले की गाज गिरना तय है।