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फर्जी पुलिस अफसर बनकर करते थे अवैध वसूली, व्यापारी से लूटे दो करोड़ रुपए

jantaserishta.com
1 April 2024 2:16 PM GMT
फर्जी पुलिस अफसर बनकर करते थे अवैध वसूली, व्यापारी से लूटे दो करोड़ रुपए
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नवी मुंबई: महाराष्ट्र के नवी मुंबई टाउनशिप में खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले छह लोगों द्वारा एक व्यवसायी से दो करोड़ रुपये लूटने के मामले में एक 55 वर्षीय पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में अन्य पांच लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है. इस मामले की जांच जारी है.

जानकारी के मुताबिक, यह घटना 29 मार्च को हुई थी. पीड़ित व्यवसायी मुंबई के घाटकोपर स्थित अपने आवास से नवी मुंबई के तुर्भे एमआईडीसी की ओर जा रहा था. वाशी इलाके में पाम बीच रोड के पास खुद को मुंबई पुलिस कर्मी बताने वाले छह अज्ञात लोगों ने व्यवसायी को रोक लिया.
आरोपियों ने व्यवसायी से कहा कि उन्हें शिकायत मिली है कि वो भारी मात्रा में कैश लेकर जा रहा है. इसके बाद उन लोगों ने व्यवसायी को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए कथित तौर पर 2 करोड़ रुपए की मांग की थी. फिर उसे वाशी के एक फ्लैट में ले गए, जहां पैसे लेकर फरार होने से पहले उसे डराते रहे.
पीड़िता व्यापारी ने 30 मार्च को वाशी पुलिस स्टेशन में इस संबंध में अपनी तहरीर दी थी. इसके आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 395 (डकैती), 363 (अपहरण), 341, 342, 170, 120बी (आपराधिक साजिश), 504 (अपमान), 506 (आपराधिक धमकी) और 34 के तहत केस दर्ज किया था.
इसके बाद पुलिस जांच में इंस्पेक्टर नितिन भीकाजी विजयकर की अपराध में संलिप्तता सामने आई, जिसके बाद वाशी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में आगे की जांच चल रही है. पुलिस आरोपी इंस्पेक्टर से पूछताछ के बाद मिली जानकारी के आधार पर अन्य आरोपियों की तलाश करेगी.
बताते चलें कि महाराष्ट्र के नवी मुंबई में ठगी की लगातार वारदातें सामने आ रही है. खासकर ठाणे इलाके में हर महीने धोखाधड़ी के कई केस दर्ज किए जाते हैं. अभी जनवरी में ही बिजनेस में निवेश के नाम पर एक शख्स के साथ 25 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई थी. पीड़ित नवी मुंबई के खारघर इलाके का रहने वाला है. उससे कुछ लोगों ने संपर्क किया था. उन लोगों ने बताया कि वे यूनाइटेड किंगडम स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी के लिए काम करते हैं.
आरोपियों ने पीड़ित को बताया कि उनकी कंपनी में कोला नट की काफी डिमांड होती है. इसमें कैफीन की मात्रा काफी होती है, जो दवाई में इस्तेमाल होती है. उन्होंने उसे लालच दिया कि यदि वो कोला नट के बिजनेस में पैसा इन्वेस्ट करता है तो उसे रिटर्न में बहुत पैसा मिलेगा. पीड़ित उनकी बातों में आ गया. उनके कहने पर बिजनेस में पैसा लगा दिया. इस तरह पांच महीनों में उसे 25 लाख रुपए ठग लिए गए. साइबर ठग पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए हैं.
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