झारखंड के देवघर से ऑपरेट करने वाले साइबर क्रिमिनल गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर 17 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधिकारियों की विशेष टीम द्वारा जामताड़ा जिले के करमाटांड़ थाना क्षेत्र और देवघर जिले के खागा, पथरोल, चितरा और पालोजोरी थाना क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर पुलिस ने इन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. यह सभी बैंक अधिकारी बनकर ग्राहकों से फोन पर KYC अपडेट और अन्य तरह के प्रलोभन में उलझा कर उनसे OTP और आधार कार्ड डीटेल मांग लेते थे, जिसके बाद उनके बैंक अकाउंट से रकम उड़ा लेते थे.
देवघर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों में तालिब अंसारी और शफीक अंसारी पहले से साइबर अपराध के अभियुक्त हैं. जबकि जहांगीर मियां आपराधिक मामले के अभियुक्त हैं. इसके अलावा पकड़े गए शेष अभियुक्तों का भी आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है. उन्होंने बताया कि आरोपियों द्वारा गूगल पर विभिन्न प्रकार के वॉलेट और बैंक के कस्टमर केयर नंबर का विज्ञापन देकर भी ठगी की जाती थी. साथ ही यह लोग ग्राहकों से टीम व्यूअर और क्विक सपोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप इंस्टॉल करवा कर गूगल पर मोबाइल नंबर का फर्स्ट फोर डिजिट सर्च कर अपने मन से छह डिजिट जोड़कर भी उपरोक्त साइबर आरोपियों द्वारा ठगी की जाती थी. इसके अलावा यूपीआई वॉलेट से ठगी किए गए पीड़ित व्यक्ति को पुनः उसके खाते में रिफंड करने के नाम पर पिन नंबर को लॉग इन करने की बात कह दोबारा ठगी कर लेते थे.
पुलिस ने पकड़े गए साइबर अपराधियों के पास से 28 मोबाइल फोन, 53 सिम कार्ड, 21 ATM कार्ड, 22 पासबुक, 13 चेकबुक, एक माइक्रो पॉश मशीन, 33 हजार नकद और दो मोटरसाइकलें बरामद की है. पुलिस इनसे पूछताछ कर इनसे जुड़े अन्य साइबर अपराधियों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है.