जनता से रिश्ता वेबडेस्क | क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के नाम, फोटो और आवाज का इस्तेमाल बिना उनकी अनुमति के औषधीय उत्पादों के प्रचार के लिए करने पर अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। यह जानकारी शुक्रवार को एक अधिकारी ने दी। अधिकारी ने बताया कि तेंदुलकर के एक सहयोगी ने इस संबंध में पश्चिम क्षेत्र साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायतकर्ता ने कहा कि उसे एक दवा कंपनी का ऑनलाइन विज्ञापन देखा, जिसमें दावा किया गया था कि तेंदुलकर उसकी उत्पाद का समर्थन करते है। उन्हें एक वेबसाइट ‘सचिनहेल्थ डॉट इन’ की भी जानकारी दी जो तेंदुलकर की तस्वीर का गलत उपयोग करके इन उत्पादों का प्रचार कर रहा था।
राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने शुक्रवार को उत्तराखंड सरकार के अनुरोध को स्वीकारते हुए 200 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने के बजाय सरकार को यह रकम एक रिंग फेंस्ड खाते में रखने का आदेश दिया है। असल में ठोस व तरल कचरे के उचित प्रबंधन में नाकाम रहने पर एनजीटी उत्तराखंड सरकार पर 200 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने वाला था। लेकिन, उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित होकर कहा कि इसके लिए 200 करोड़ रुपये का रिंगफेंस्ड (समर्पित) खाता खोला जाएगा, जिससे यह रकम इस काम के लिए तत्काल उपलब्ध रहेगी।
एनजीटी अध्यक्ष जस्टिस एके गोयल ने कहा कि उत्तराखंड में कचरा पैदा होने और उसके निस्तारण में प्रतिदिन 600 मिलियन प्रति दिन (एमएलडी) का अंतर है। न्यायाधिकरण प्रदूषक भुगतान सिद्धांत के आधार पर कचरे के वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण के लिए 200 करोड़ रुपये का बंदोबस्त चाहता है। फिलहाल, उत्तराखंड सरकार का अनुरोध स्वीकारते हैं। लेकिन, मुख्य सचिव व्यक्तिगत रूप से एक माह के भीतर इस खाते का संचालन तय करेंगे। इसके साथ ही कचरे के वैज्ञानिक प्रबंधन की दिशा में उठाए गए कदमों कि निगरानी करेंगे। हर महीने में काम की समीक्षा करेंगे। इसके छह महीने बाद एनजीटी को स्थिति रिपोर्ट सौंपेंगे। इसके अलावा पहले से नौ जगहों पर जमा कचरे के ढेरों का निस्तारण तुरंत करने किया जाएगा।
शिकायतकर्ता ने कहा कि उसे एक दवा कंपनी का ऑनलाइन विज्ञापन देखा, जिसमें दावा किया गया था कि तेंदुलकर उसकी उत्पाद का समर्थन करते है। उन्हें एक वेबसाइट ‘सचिनहेल्थ डॉट इन’ की भी जानकारी दी जो तेंदुलकर की तस्वीर का गलत उपयोग करके इन उत्पादों का प्रचार कर रहा था।