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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया अमेरिका यात्रा के बाद अब वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों की भारत यात्रा का सिलसिला तेज़ हो गया है. जाहिर है इन दौरों में खासा ज़ोर हिन्द प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती दादागिरी पर नकेल के इंतज़ाम मुकम्मल करने पर है. अमेरिकी विदेश विभाग में उप विदेश मंत्री वैंडी शरमन के बाद अब अमेरिका के नौसेना प्रमुख एडमिरल माइक गिल्डे अगले हफ्ते भारत आ रहे हैं.
राष्ट्रपति बाइडन और पीएम मोदी की यात्रा के बाद हिन्द प्रशांत क्षेत्र में भारत-अमेरिका सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर है. इस लिहाज से एडमिरल गिल्डे का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है. अमेरिकी नौसेना प्रमुख अपनी भारत यात्रा में नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह और सैन्य नेतृत्व से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे.
भारत यात्रा से पहले एडमिरल गिल्डे ने कहा कि.."यह यात्रा मेरे लिए अपने भारतीय समकक्ष से मिलने और निरंतर आपसी सहयोग पर चर्चा करने का एक शानदार मौका है. निस्संदेह, ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां हम साझेदारी कर सकते हैं." उनका कहना था कि किसी को गलतफहमी नहीं होना चाहिए, भारत हमारे सबसे करीबी रणनीतिक साझेदारों में से एक है. हमारा संबंध एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए मजबूत गढ़ है.
भारतीय नौसेना के साथ मिलकर लगातार काम करते रहेंगे- गिल्डे
अमेरिकी नौसेना की तरफ से जारी बयान के मुताबिक़ गिल्डे ने कहा, "हम एक स्वतंत्र, समावेशी, खुले और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत क्षेत्र की व्यवस्था बनाने के लिए भारतीय नौसेना के साथ मिलकर लगातार काम करते रहेंगे. हाल ही में ताइवान की हवाई क्षेत्र में चीनी विमानों की बढ़ी घुसपैठ के मद्देनजर एडमिरल गिल्डे हिन्द-प्रशांत इलाके की अपनी इस यात्रा में सख्त सन्देश देने की भी कोशिश करेंगे.
भारत और अमेरिक के बीच होनी है 2+2 वार्ता
ध्यान रहे कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच 24 सितंबर को हुई अहम मुलाकात के बाद भारतीय सीडीएस जनरल बिपिन भी अमेरिका दौरे पर गए थे. पेंटागन प्रवक्ता जॉन किर्बी के मुताबिक अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और भारत के सीडीएस जनरल रावत के बीच अंतरिक्ष, साइबर और उभरती प्रौद्योगिकियों समेत अनेक नए रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की प्राथमिकताओं पर बात हुई. गौरतलब है कि अगले माह वाशिंगटन में भारत और अमेरिक के बीच 2+2 वार्ता का दौर भी होना है.
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