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बिग ब्रेकिंग: सीबीआई दफ्तर के बाहर बवाल, भारी तादाद में पुलिस बल और केंद्रीय बल तैनात, जानें पूरा मामला
jantaserishta.com
13 Dec 2022 9:49 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
जांच शुरू कर दी है.
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई नरसंहार केस के मुख्य आरोपी ललन शेख (Lalon Sheikh) की सीबीआई की हिरासत में मौत के मामले में बवाल शुरू हो गया है. ललन शेख के परिजनों ने मंगलवार को सीबीआई दफ्तर के बाहर पहुंचकर जमकर हंगामा किया. प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए और बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश भी की. परिजनों का आरोप है कि हिरासत में प्रताड़ना के कारण ललन की मौत हुई है.
सीबीआई कैंप के बाहर भारी तादाद में पुलिस बल और केंद्रीय बल तैनात है. आंदोलनकारियों ने सीबीआई कैंप के बाहर टायर भी जलाए हैं. ललन शेख का शव अभी भी सीबीआई कैंप के अंदर है. सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर (स्पेशल क्राइम) रामपुरहाट स्थित कैंप ऑफिस पहुंचे. सीबीआई की इंटेलिजेंट यूनिट ने बीरभूम में हिरासत में हुई इस अप्राकृतिक मौत की जांच शुरू कर दी है.
इस मसले पर BJP नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि लालन शेख की मौत संदिग्ध है. वे औपचारिक जांच पूरी होने तक इंतजार करेंगे. उन्होंने कहा कि ललन शेख की हत्या की सही तरह से जांच होनी चाहिए. तृणमूल कांग्रेस इस मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है.
ललन शेख को 3 दिसंबर को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. तब से उससे हिरासत में पूछताछ की जा रही थी. एजेंसी के मुताबिक ललन शेख का शव CBI के अस्थायी कार्यालय में फंदे से लटका मिला. बोगतुई केस की जांच कर रही सीबीआई ने अब तक 14 आरोपियों की गिरफ्तारी की है और कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट भी दाखिल की थी.
बताते चलें कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव में इस साल 21 मार्च की रात टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या कर दी गई थी. उसके बाद टीएमसी नेता के समर्थकों ने बोगतुई में हमलावरों के घरों में आग लगा दी थी, जिससे 10 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. इस नरसंहार में टीएमसी नेता के सौतेले भाई लालन शेख को मुख्य आरोपी बनाया गया था. तब से वह फरार चल रहा था. इसी महीने उसकी गिरफ्तारी हुई. इस केस में कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई को जांच सौंपी गई थी.
अब खबर है कि बीरभूम के बोगतुई कांड के मुख्य आरोपी लालन शेख की सीबीआई हिरासत में मौत हो गई है. कोर्ट से अनुमति के बाद सीबीआई उससे पूछताछ कर रही थी. लालन यहां रामपुरहाट स्थित सीबीआई के अस्थायी शिविर में था. 3 दिसंबर को सीबीआई ने उसे झारखंड के नूरोएतपुर से गिरफ्तार किया था. चार दिसंबर को उसे रामपुरहाट कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने छह दिन की सीबीआई हिरासत का आदेश दिया था. बाद में 10 दिसंबर को एक बार फिर लालन शेख को कोर्ट में पेश किया गया और तीन दिन की सीबीआई कस्टडी बढ़ा दी गई थी.
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