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भाजपा नेताओं के विवादित ट्वीट से सियासत में हंगामा, कांग्रेस और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने जताई आपत्ति, जानिए पूरा मामला

jantaserishta.com
12 March 2021 4:36 AM GMT
भाजपा नेताओं के विवादित ट्वीट से सियासत में हंगामा, कांग्रेस और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने जताई आपत्ति, जानिए पूरा मामला
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मध्यप्रदेश में धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के विधानसभा में पारित हो जाने के बाद भाजपा नेताओं के विवादित ट्वीट ने एमपी की सियासत में हंगामा मच गया है. लव जिहाद पर वार करने वाले ट्वीट में टोपी पहने शख्स को सलाखों के पीछे दिखाने पर कांग्रेस और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने आपत्ति जताई है तो वहीं भाजपा बोल रही है कि इसमें गलत क्या है?

क्या भाजपा मध्यप्रदेश में धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम की आड़ में मुसलमानों को निशाना बना रही है? क्या लव जिहाद के खिलाफ कानून पास कर भाजपा बंगाल में फायदा उठाना चाहती है? दरअसल, ये आरोप कांग्रेस के हैं जो इस बात से नाराज है कि धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के विधानसभा में पारित होने के बाद भाजपा नेताओं ने जो ट्वीट किया है उसमें एक शख्स को सलाखों के पीछे दिखाया गया है.


दरअसल, हाल ही में मध्यप्रदेश विधानसभा में धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम को पारित किया गया है. इस बिल के विधानसभा में पारित होने के बाद भाजपा नेता रामेश्वर शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा ''मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान एवं गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा जी का आभार.'' आप इस ट्वीट को यहां भी देख सकते हैं.
ऐसा करने वाले रामेश्वर शर्मा अकेले नहीं हैं बल्कि शिवराज सरकार में सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने भी बिल के विधानसभा में पारित हो जाने के बाद इसी तरह के फोटो के साथ लिखा कि 'धर्म स्वतंत्रय विधेयक विधानसभा में पारित'.
अब इन दोनों नेताओं के ट्वीट पर विवाद खड़ा हो गया है. दोनों ही नेताओं ने ट्वीट के साथ जो फोटो पोस्ट किया है उसमें टोपी पहने एक शख्स को सलाखों के पीछे दिखाया गया है. जब रामेश्वर शर्मा से फोटो के बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि अभी तक जितने भी लव जिहाद के केस दर्ज किए गए हैं, उनमें सम्प्रदाय विशेष के युवक ही आरोपी हैं, इसलिए उन्होंने यह फोटो लगाए हैं. रामेश्वर शर्मा ने यह भी कहा कि ''इस बिल के पास होने के बाद अब कोई हिन्दू बहन-बेटियों के साथ धोखा नहीं करेगा''.


वहीं शिवराज सरकार में सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने इस मामले पर कहा कि 'हमें रेहान के लव से नहीं बल्कि रेहान के रमेश बनकर लव करने से प्रॉब्लम है. यही लव जिहाद है जिसे रोकने के लिए कानून लाया गया है. अभी तक जितने भी केस सामने आए हैं, उनमें धर्म विशेष के ही लोग हैं. जिससे यह पता चलता है कि बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से यह सोच समझकर षड्यंत्र करते हैं और धर्म परिवर्तन करवाते हैं'.
इन ट्वीट पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है और आरोप लगाया है कि भाजपा जानबूझकर मुसलमानों को निशाने पर ले रही है. कांग्रेस नेता आरिफ मसूद ने पूछा है कि ''क्या धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम सिर्फ एक धर्म पर ही लागू होगा? जो टोपी पहने शख्स को सलाखों के पीछे दिखाया गया है.''
आरिफ मसूद ने चेतावनी दी है कि वो इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे और धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के साथ-साथ विवादित ट्वीट को भी चुनौती देंगे. इसके लिए कानून के जानकारों से सलाह भी ले रहे हैं.
कांग्रेस ही नहीं, मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी भाजपा नेताजों के इस ट्वीट में टोपी पहने शख्स को सलाखों के पीछे दिखाए जाने पर ऐतराज जताया है. काजी अजमत शाह मक्की ने तो इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज से सवाल पूछा है कि'' क्या वो अपने नेताजों के इस ट्वीट से इत्तेफाक रखते हैं?. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से शिकायती लहजे में कहा है कि है वो 'मामा शिवराज' ही बने रहे 'योगी' की तरह ना बनें.


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