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फाइल फोटो
सेवा भारती की दो दिवसीय अखिल भारतीय बैठक के बाद वृंदावन में आयोजित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के तीन प्रांत ब्रज, परिश्चम और उत्तराखंड के प्रमुखों की बैठक में उत्तर प्रदेश के आगामी चुनावों का मुद्दा छाया रहा। प्रदेश में विधायक और मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड परखे गए। यह भी तय हुआ कि किसको टिकट मिलेगा और किसका कटेगा। टिकट बंटवारे के लिए जनता के साथ कार्यकर्ताओं की नजर से साढ़े चार साल के दौरान फेल और पास होने के मुद्दे पर भी चर्चा की गई।
दरअसल, केशवधाम में सर कार्यवाह होसबाले के नेतृत्व में पश्चिमी क्षेत्र की बैठक का शनिवार को अंतिम दिन रहा। घंटों चली मैराथन बैठक में प्रदेश भर के भाजपा विधायक व मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड देखे गए। संगठन ने बैठक से पहले ही गोपनीय तरीके से सर्वे कराकर जनप्रतिधियों के कार्यकलापों का पूरा ब्योरा एकत्र कर लिया था। यह जानकारी संगठन के भाजपा के कार्यकर्ताओं व आम लोगों से एकत्र की गई थी। कई के रिपोर्ट कार्ड इतने खराब थे कि उन पर चर्चा तक नहीं की गई।
सूत्र बताते हैं कि संघ ने ऐसा पैमाना तय किया है, जिस पर खरा उतरना आसान नहीं है। जो कसौटी पर खरा उतरेगा, वही टिकट पाएगा। सर सहकार्यवाह ने पश्चिमी क्षेत्र के प्रचारकों से इस मुद्दे पर गहन मंत्रणा की। आगामी आठ माह में पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। खासतौर पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व पंजाब में जीत कैसे हो, इस पर चर्चा केंद्रित रही।
यही चुनाव आगामी 2024 के आम चुनाव की दृष्टि से खासे महत्वपूर्ण हैं। जनता व कार्यकर्ताओं में विधायक व मंत्री की छवि, समस्याओं के निराकरण में कितना वक्त, संगठन- पार्टी में तालमेल, विकास कार्य में कितना सहयोग, क्षेत्र में कितना वक्त दिया आदि के बारे में सर सहकार्यवाह ने प्रचारकों से उनकी राय जानी।
बैठक में क्षेत्र क्षेत्र प्रचार प्रमुख महेंद्र, प्रान्त प्रचारक हरीश रौतेला, धर्म जागरण प्रमुख ब्रज प्रान्त दिनेश, क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख जगदीश , प्रचार प्रमुख उत्तराखंड, मेरठ और ब्रज प्रांत पदम सिंह, केशवधाम के निदेशक ललित कुमार, विभाग प्रमुख गोविंद, राजकुमार, डॉ. संजय, मनोज सिंह, प्रताप सिंह,महेश चंद्र, अरुण शर्मा के अलावा विभाग प्रचारक भी मौजूद रहे। ब्यूरो
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