यूपी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 10 फरवरी को 58 सीटों के लिए पहले चरण का मतदान होना है। इससे पूर्व भाजपा छह फरवरी को प्रदेश की जनता के सामने अपना संकल्प पत्र पेश करेगी। पार्टी के इस संकल्प पत्र के केंद्र में गरीब, किसान और महिलाएं होंगी। इसके अलावा नए रोजगार सृजन पर भी फोकस होगा। पार्टी बिजली खासतौर से कृषि क्षेत्र को मिलने वाली बिजली को लेकर भी कोई महत्वपूर्ण वादा कर सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर सदर सीट से नामांकन दाखिल करने के बाद यह साफ कर दिया कि पार्टी का संकल्प पत्र छह फरवरी को जारी होगा। उन्होंने यह भी कहा कि 2017 में भाजपा ने जो कहा वो उनकी सरकार ने पूरा किया है। इसे तैयार करने के लिए भाजपा ने वित्तमंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में समिति गठित की थी। समिति के सदस्यों ने प्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा करके अलग-अलग वर्गों के प्रतिनिधियों से राय-मशविरा किया था। इसके साथ ही भाजपा ने जनता के सुझाव लेने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में आकांक्षा पेटियां भी भिजवाई थीं। कृषि क्षेत्र को लेकर संकल्प पत्र में फोकस रहेगा। खासतौर से जैविक खेती और जीरो बजट खेती के साथ ही कृषि उत्पादों के निर्यात की दिशा में आगे बढ़ने को लेकर कुछ घोषणाएं हो सकती हैं।
योगी सरकार का पूरा जोर कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर रहा है। नए संकल्प पत्र में इस पर और जोर दिया जाएगा। महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन से जुड़ी घोषणाओं के साथ ही भाजपा अपने नए संकल्प पत्र में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे पर और आगे बढ़ती दिखाई देगी।
डिजिटल शिक्षा पर रहेगा जोर
योगी सरकार ने प्रदेश में शिक्षा को लेकर कई बदलाव किए हैं। नए संकल्प पत्र में इन शैक्षिक सुधारों और शिक्षा को रोजगारपरक बनाने की दिशा में कुछ और वायदे करेगी। डिजिटल सेवाओं के विस्तार, बाकी बचे जिलों में मेडिकल कॉलेज, जिन विश्वविद्यालयों और एक्सप्रेस-वे की नींव रखी गई है, उन्हें पूरा करने के साथ ही डिफेंस कॉरीडोर के लखनऊ, झांसी, आगरा, चित्रकूट नोड के काम को जमीन पर उतारने सहित कई अन्य बिंदुओं के इसमें शामिल रहने की संभावना है।